राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस महामारी को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन एक साथ नहीं हटाया जा सकता है, हमें प्रतिबंधों को एक चरणबद्ध तरीके से हटाना होगा। तेलंगाना सहित कम से कम तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बीते सोमवार को संकेत दिया था कि लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है।
आज गहलोत ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “हम तुरंत लॉकडाउन वापस नहीं ले सकते।” “इसे चरणबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए, यही मुझे लगता है।” उन्होंने कहा कि राजस्थान में लॉकडाउन को वापस लेने का निर्णय हमारी बनाई गई एक टास्क फोर्स की सिफारिशों पर विचार करने के बाद लिया जाएगा।
अब तक, राज्य में कोरोनोवायरस के 300 से ऊपर मामले मिले हैं और चार मरीजों की मौत हो चुकी है।
गहलोत ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने चीन से 10 लाख टेस्टिंग किट का मंगवाएं हैं जिसके बाद हम जल्द ही कोविड-19 के लिए टेस्टिंग में तेजी लाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान उन राज्यों में से है, जिसने कोरोनोवायरस के खतरे को गंभीरता से लिया था और संकट से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ सामना किया।
आखिर में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तब्लीगी जमात कार्यक्रम के दौरान हुई लापरवाहियों पर सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश स्तर की जाँच कराने की माँग भी की।