उपचुनाव : खींवसर से नारायण बेनीवाल होंगे RLP के प्रत्याशी, भाई हनुमान बेनीवाल ने किया ऐलान


राजस्थान में 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में खींवसर विधानसभा सीट से आरएलपी ने अपने प्रत्याशी का नाम फाइनल कर दिया है। आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने खींवसर विधानसभा से अपने भाई नारायण बेनीवाल को टिकट दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि इस सीट से हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को टिकट दिया जाएगा।

अपने भाई को टिकट मिलने के बाद प्रदेश में राजनीतिक जानकारों का कहना है कि हनुमान बेनीवाल की अपने परिवार को पहली प्राथमिकता देने की बात पर मुहर लग गई है।

वहीं अगर हम सत्ताधारी दल कांग्रेस की बात करें तो खींवसर सीट से हरेंद्र मिर्धा या सवाई सिंह को टिकट मिल सकता है, कांग्रेस ने अभी नाम फाइनल नहीं किया है। लेकिन अगर टिकट की दावेदारी की बात करें तो मिर्धा की दावेदारी मजबूत दिखाई दे रही है।

इसके साथ ही अगर हम मंडावा सीट की बात करें तो वहां कांग्रेस से पूर्व विधायक रीटा चौधरी और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के नाम की चर्चा जोरों है। इसके इतर भाजपा के टिकट निवर्तमान विधायक और झुंझुनू के सांसद नरेंद्र खींचड़ के पुत्र अतुल खींचड़ का नाम चर्चा में है।

दोनों सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम कुछ इस तरह रहेगा।

– नामांकन भरने की आखिरी तारीख – 30 सितंबर

– नाम वापस लेने की तारीख – 3 अक्टूबर

– मतदान – 21 अक्टूबर

– मतगणना और परिणाम – 24 अक्टूबर

दोनों सीटों हार जीत के हैं कई मायने

प्रदेश में फिलहाल कांग्रेस की सरकार है। अगले विधानसभा चुनाव में काफी समय है लेकिन इन 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव भी कई मायनों में अहम साबित हो सकते हैं, क्योंकि इन उप चुनावों के तुरंत बाद निकाय और पंचायत चुनाव की घोषणा हो जाएगी ऐसे में जिस पार्टी का झंडा लहराएगा निकाय व पंचायत चुनावों में उसका पलड़ा भारी होगा।

अगर हम पिछले तीन चुनावों की बात करें तो भाजपा सूबे में भारी रही है। उपचुनाव होने वाली दोनों सीटें जाट बाहुल्य हैं। वहीं कांग्रेस इस बात से खुश हो सकती है कि जिन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं वहां प्रत्याशी अब लोकसभा में हैं और चुनावी मैदान में नहीं है। लेकिन जनता की बात करें तो विधानसभा चुनाव में जनता वोट देते समय टिक कर काम करने वाला विधायक देखती है।

मंडावा (झुंझुनूं)

मंडावा सीट से विधायक नरेंद्र खींचड़ 2019 के आम चुनावों में झुंझुनू से सांसद चुनकर लोकसभा पहुंच गए, उन्होंने 2 बार लगातार चुनाव जीता है। वहीं पिछले 3 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस यहां एक बार ही जीत हासिल कर पाई है। 2008 में हुए चुनाव में मंडावा से कांग्रेस की रीटा चौधरी जीती थी। वहीं 2013 व 2018 में खींचड़ लगातार 2 बार जीते।

खींवसर (नागौर)

विधानसभा चुनाव में आरएलपी पार्टी बनाने वाले हनुमान बेनीवाल खींवसर सीट पर जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। 2019 के आम चुनाव में वो भाजपा से गठबंधन कर नागौर से जीते और लोकसभा चले गए। 2008 में बेनीवाल ने खींवसर सीट से बसपा प्रत्याशी को हराकर जीते थे। वहीं 2013 में बेनीवाल निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और जीते। 2018 में बेनीवाल फिर इसी सीट पर खुद की पार्टी आरएलपी से चुनाव लड़ा और जीता।

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