टोंक : दलित होने के कारण बाल काटने से मना कर जातिसूचक गालियां दी, युवक का आरोप


राजस्थान के टोंक जिले में एक दलित युवक के बाल काटने से मना करने और जातिसूचक टिप्पणी करने के आरोप के बाद पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

निवाई पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, टोंक जिले के निवाई के डांगरथल गांव के रहने वाले कालू हरिजन जब गांव के नंदकिशोर सैन की दुकान पर मंगलवार 9 जून को बाल कटवाने गया तो नंद किशोर ने उसके बाल काटने से मना कर दिया और जातिसूचक गालियां दी।

कालू के मुताबिक, ‘जब मैं दुकान पर पहुंचा तो मुझसे नंदकिशोर ने 500 रुपये मांगे, जब मैं पैसे देने के लिए तैयार हो गया तो उसके बाद भी उसने बाल काटने से मना कर दिया और मुझे नीची जाति का कहकर गालियां देकर दुकान से निकाल दिया।

वह आगे बताते हैं कि इसके बाद मैं और कई दुकान पर गया लेकिन वहां भी किसी ने बाल नहीं काटे।

कालू के ही शब्दों में, “नंद किशोर ने मुझे बताया कि वह गांव की सभी नाई की दुकानों का अध्यक्ष है औऱ यहां उसके मना करने के बाद कोई मेरे बाल नहीं काटेगा और ऐसा ही हुआ।”

पुलिस के मुताबिक, नंद किशोर और उसके दो बेटों ताराचंद और हनुमान के खिलाफ आईपीसी की की धारा 34 और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियनम की धारा 3 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।

जांच अधिकारी ने कहा कि, हम यह जांच कर रहे हैं कि क्या वाक़ई में शिकायत करने वाले व्यक्ति के साथ जाति के कारण यह व्यवहार हुआ या कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों के कारण विवाद हुआ।


 

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