विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहे अशोक गहलोत 7वीं लोकसभा के लिए वर्ष 1980 में पहली बार जोधपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए। उन्होंने जोधपुर संसदीय क्षेत्र का 8वीं लोकसभा, 10वीं लोकसभा, 11वीं लोकसभा तथा 12वीं लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। गहलोत 5 बार जोधपुर के सांसद निर्वाचित हुए.
सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होने के बाद गहलोत फरवरी, 1999 में 11वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य बने। गहलोत पुन: इसी विधानसभा क्षेत्र से 12वीं, 13वीं, 14 वीं और 15 वीं विधानसभा मे फिर निर्वाचित हुए . गहलोत अब तक 5 बार विधायक बन चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री
अशोक गहलोत ने इंद्रा गांधी, राजीव गांधी तथा पी.वी.नरसिम्हा राव के मंत्रिमण्डल में केन्द्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। वे तीन बार केन्द्रीय मंत्री बने। जब इन्दिरा गांधी भारत की प्रधानमंत्री थीं उस समय अशोक गहलोत 2 सितम्बर, 1982 से 7 फ़रवरी 1984 की अवधि में इन्दिरा गांधी के मंत्रीमण्डल में पर्यटन और नागरिक उड्डयन उपमंत्री रहे। इसके बाद गहलोत खेल उपमंत्री बनें। उन्होंने 7 फ़रवरी 1984 से 31 अक्टूबर 1984 की अवधि में खेल मंत्रालय में कार्य किया तथा पुन: 12 नवम्बर, 1984 से 31 दिसम्बर, 1984 की अवधि में इसी मंत्रालय में कार्य किया। उनकी इस कार्यशैली को देखते हुए उन्हें केन्द्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया। 31 दिसम्बर, 1984 से 26 सितम्बर, 1985 की अवधि में गहलोत ने केन्द्रीय पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके पश्चात् उन्हें केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री बनाया गया। यह मंत्रालय पूर्व प्रधानमंत्री के पास था तथा गहलोत को इसका स्वतंत्र प्रभार दिया गया। गहलोत इस मंत्रालय के 21 जून 1991 से 18 जनवरी 1993 तक मंत्री रहे।
वर्ष 1980 से 1982 के बीच गहलोत पब्लिक एकाउण्ट्स कमेटी (लोकसभा) के सदस्य रहे। गहलोत संचार मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति (10वीं लोकसभा) के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने रेल मंत्रालय की स्थाई समिति (10वीं और 11वीं लोकसभा) के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके अलावा गहलोत विदेश मंत्रालय से सम्बद्ध सलाहकार समिति (11वीं लोकसभा) के सदस्य भी रहे हैं।
राजस्थान सरकार में मंत्री
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी
वर्ष 1973 से 1979 की अवधि के बीच गहलोत राजस्थान NSUI के अध्यक्ष रहे और उन्होंने कांग्रेस पार्टी की इस यूथ विंग को मजबूती प्रदान की। गहलोत वर्ष 1979 से 1982 के बीच जोधपुर शहर की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वर्ष 1982 में गहलोत राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (इन्दिरा) के महासचिव भी रहे।
मुख्यमंत्री राजस्थान
अशोक गहलोत पहली बार 01/12/1998 से 08/12/2003 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। दूसरी बार अशोक गहलोत को 13 दिसम्बर, 2008 से 8 दिसम्बर, 2013 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर रहे. दिसम्बर 2018 में अशोक गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने ।
सचिन पायलट
पायलट वर्तमान में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री हैं. सचिन पायलट एक बार दौसा लोकसभा क्षेत्र से और एक बार अजमेर लोकसभा से सांसद रह चुके हैं. पायलट 15 वीं लोकसभा में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भी रहे है। दिसम्बर 2018 में पहली बार टोंक से विधायक बने हैं।
सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट कांग्रेस के दिग्गज नेता थे। विदेश से पढ़ाई करके भारत लौटने पर सन 2002 में अपने पिता के जन्मदिन 10 फरवरी को सचिन ने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। इस अवसर पर एक बड़ी किसान सभा का आयोजन भी किया गया। 26 साल की उम्र में वो सांसद बनने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे। पायलट केंद्र सरकार के गृह विभाग की स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य एवं नागरिक उड़्डयन मंत्रालय के सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे.