ऑनर किलिंग: राजस्थान हाईकोर्ट ने दी सुरक्षा फिर भी पिता ने बेटी को उतारा मौत के घाट !


राजस्थान के दौसा में हाईकोर्ट द्वारा पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाने के बावजूद एक लड़की को प्यार करने की सजा अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. लड़की द्वारा अपनी मर्जी से लिव इन रिलेशनशिप में रहने से नाराज़ लड़की के पिता ने ऑनर किलिंग की वारदात को अंजाम दे दिया.

मृतका पिंकी सैनी कुछ दिन पहले राजस्थान हाइकोर्ट जयपुर में पेश हुई थी, जहां हाईकोर्ट ने जयपुर और दौसा पुलिस को पिंकी सैनी और उसके प्रेमी को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे.

पिंकी का पहले प्रेमी के घर से किडनैप हुआ और फिर बीती रात उसकी हत्या कर दी गई. इस वारदात से दौसा पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.

दौसा शहर के रामकुंड की रहने वाली पिंकी सैनी रोशन महावर नामक दलित लड़के से प्रेम करती थी. 16 फरवरी को पिंकी के परिवार वालों ने उसकी शादी जबरदस्ती लालसोट क्षेत्र के एक गांव में करा दी थी. शादी के 5 दिन बाद ही पिंकी सैनी 21 फरवरी को अपने प्रेमी रोशन के साथ घर से भाग गई थी. इसके बाद पिंकी ने राजस्थान उच्च न्यायालय में पेश होकर अपने प्रेमी रोशन के साथ रहने की इच्छा जताई थी. साथ ही अपने परिवार वालों पर उसकी मर्जी के बिना जबरन शादी करने का आरोप लगाया था. इसके बाद राजस्थान उच्च न्यायालय ने दौसा पुलिस व जयपुर की अशोक नगर थाना पुलिस को लड़की पिंकी और उसके प्रेमी रोशन को सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे.

एक मार्च को पिंकी सैनी अपने प्रेमी रोशन के घर दौसा शहर में झालरा का बास में आई थी. इसी दौरान पिंकी सैनी के परिजन प्रेमी रोशन के घर पहुंचे और वहां तोड़फोड़ और मारपीट कर पिंकी सैनी का अपहरण कर ले गए. इस घटना की FIR रोशन के पिता ने थाने जाकर लिखवाई लेकिन पुलिस ने पिंकी सैनी को तलाश नहीं कर पाई. 4 मार्च को पुलिस को सूचना मिली कि पिंकी सैनी की हत्या कर दी गई है. इसके बाद पुलिस पिंकी सैनी के पिता के घर रामकुंड में पहुंची और वहां पिंकी सैनी के शव को बरामद किया.
पिंकी का शव बरामद होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

इस पूरे मामले पर पीयूसीएल राजस्थान की प्रदेशाध्यक्ष कविता श्रीवास्तव का कहना है कि यह हैरान करने वाली बात है कि पिंकी सैनी को राजस्थान हाई कौर्ट के “पुलिस प्रोटेक्सन आर्डर” के बावजूद, उसकी हत्या बेहरमी से गला घोट कर उसके पिताजी व रिश्तेदारों ने कर दी. यह राजस्थान के लिये शर्मनाक है और पूरे पुलिस महकमे और राजस्थान सरकार की महिला सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर पोल खोलता है. राजस्थान में इस तरह की घटनाये आये दिन बढती जा रही है जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते है.

कविता श्रीवास्तव कहती हैं कि पिंकी को देश के संविधान में दिये गये स्वायता व चयन के अधिकार के बावजूद, पहले उसके पिता उसकी जबरदस्ती शादी कर देते है और जब वह उस शादी से निकलकर अपने साथी रोशन महावर के पास चली जाती है है तो मार डालते हैं. राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश सतीश कुमार शर्मा की एकल पीठ 26 फरवरी 2021 को न केवल पिंकी व रोशन को पुलिस सुरक्षा प्रदान करती है और पुलिस को यह भी आदेश देती है कि उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर रखे. साथ ही पिंकी के घरवालो को भी पाबन्द करते हुए कहा की वे कानून को अपने हाथ में न लेवे. फिर भी परिवार का इतना हौसला की उसके पिताजी व अन्य परिवारजन उसे रोशन के घर से ले आते है और इज्जत के नाम पर, एक दलित लड़के के साथ रिश्ता होने के कारण उसको मार डालते है.

पिंकी के प्रेमी रोशन का पीयूसीएल को दिया बयान –

रोशन ने पीयूसीएल को बताया कि वह 23 वर्ष का है और पिंकी 19 वर्ष की थी. वह दोनों एक दुसरे को डेढ़ वर्ष से जानते थे. पिंकी की जबरदस्ती शादी की गई इसलिए वह भाग कर उसके पास आ गई थी . कोर्ट के आर्डर प्राप्त करने के बाद वह दौसा इसिलए लौटा क्यूंकि पैसो का बंदोबस्त कर के उन्हें दिल्ली जाना था. दौसा पहुँचते ही उसके पिताजी रामजीलाल कोर्ट आर्डर लेकर कोतवाली थाना चले गये. लगभग दोपहर के 2.40 बजे पीछे से पिंकी के पिताजी शंकर लाल सैनी, मौसा रंगलाल, कालू पेंटर (भाई), मुकेश (चचेरा भाई) व अन्य 20 लोग पहुंचे और उसकी माँ और उस पर हमला कर दिया. पिंकी भाग कर एक कमरे में छिप गई तो उस कमरे का दरवाजा तोड़ कर वे अंदर घुसे और घसीटते हुए पिंकी को ले गए. रोशन लगातार 100 नम्बर पर फोन कर रहा था जिसके स्क्रीन शॉट दौसा एस पी को भी दिखा दिए हैं. 100 नम्बर वाले कोतवाली थाना फोन करने के लिए बोल रहे थे . पिंकी के परिवार वाले जाते जाते यह कह गए कि “तू कोली क्या रखेगा सैनियो की छोरी को, तुझे तो बाद में देख लेंगे”. पूरे मामले की रोशन के पिता रामजी लाल ने कोतवाली थाने में FIR (49/2021) लिखवाई . दो दिन तक कोतवाली पुलिस कहती रही की माँ-बाप ही तो ले गये और पुलिस ने बिलकुल भी खोज नहीं की, पुलिस की भी पूरे मामले में मिलीभगत रही. पिंकी की हत्या रात में ही कर दी गई. रोशन का कहना है की वह और उसका परिवार एक दम असुरक्षित है क्योंकि उसका अकेला परिवार सैनी बाहुल्य क्षेत्र में उनके बीच में रहता है. उसको दौसा पुलिस पर बिलकुल भरोसा नहीं है, वह किसी सुरक्षित स्थान पर जाना चाहता है .

पिछले 2 साल से राजस्थान विधानसभा द्वारा पारित ऑनर किलिंग के खिलाफ विधेयक ‘राजस्थान सम्मान और परम्परा के नाम पर वैवाहिक संबंधों की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप का प्रतिषेध विधेयक संशोधित 2019’ पांच अगस्त को पारित किया, वह राष्ट्रपति के पास अटका हुआ है

पीयूसीएल की मांग है की :-

• दौसा में 100 नम्बर पर बैठे पुलिस कर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाये .
• तत्काल दीपक कुमार उपाधीक्षक पुलिस, जो इस केस में IO थे उन्हें भी निलम्बित किया जाये.
• SP दौसा सहित कोतवाली थाने के SHO को भी निलंबित किया जाये .
• पीयूसीएल को रोशन व उसके परिवार की सुरक्षा और जीवन को लेकर बहुत चिंतित है और मांग करता है कि उसे पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाये .उन्हें दौसा पुलिस पर भरोसा नहीं है .
• पुलिस तत्काल पिंकी के पिता के अलावा अन्य दोषी रिश्तेदारों को भी तुरंत गिरफ्तार कर, जल्द से जल्द पेश करे
• तुरंत जाँच कर चालान पेश किया जाये व स्पीडी ट्रायल किया जाये
• राजस्थान विधानसभा द्वारा पारित ऑनर किलिंग के खिलाफ, विधेयक ‘राजस्थान सम्मान और परम्परा के नाम पर वैवाहिक संबंधों की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप का प्रतिषेध विधेयक संशोधित 2019 को राष्ट्रपति तत्काल हस्ताक्षर करे


 

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