जिसका नाम ‘पुलिस’ है !

“हम खून की किस्तें तो कई दे चुके लेकिन
ए खाक-ए-वतन कर्ज अदा क्यूं नहीं होता”
~ वाली आसी ।

भारत देश अभी बड़ी लड़ाई लड़ रहा है कोरोना वायरस को हराने के लिए। देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामले से निपटने के लिए संपूर्ण भारत को लॉकडाउन किया गया है। पीएम मोदी ने कुछ लोगों के लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कहा है कि अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।

राजस्थान में भी धारा 144 लगी हुई है ।और इस समस्या के सन्दर्भ में राजस्थान सरकार सतर्क है ।

आप लोगों को पता ही होगा कि ये वायरस कितना घातक है,इसका अंदाजा हम चीन और इटली की हालत देखकर लगा सकते हैं।

सब लोग घरों के अंदर है बस सड़कों पर है तो एक विचित्र प्रजाति जिसका नाम ‘पुलिस’ है । पुलिस एक महकमा है लेकिन इसमें जो लोग है, वो सब इंसान ही हैं । इनके भी मां-बाप ,भाई-बहन ,बीवी-बच्चे ,घर-गांव सब है । भले ही पुलिस विभाग को फिल्मों ने बदनाम कर रखा हो कि यह देर से आती है परंतु वास्तविक स्थिति अलग है ।

सिनेमा की वजह से हमने पुलिस विभाग की कदर बहुत कम की है क्योंकि उन्होंने इसको तोड़ मरोड़ के पेश किया है ।

शहरों में आप नहीं जा सकते क्योंकि आपकी जान को खतरा हो सकता है ,इस वायरस की वजह से । लेकिन पुलिस जा सकती है ,पर क्यों ? क्योंकि इन्हें आपकी फ़िक्र है ,देश की फ़िक्र है । इन्हें भी तो हो सकता है कोरोना वायरस ? ये भी तो छुप सकते हैं ? लेकिन ये नहीं छुपेंगे क्योंकि ये भी सैनिक है और सैनिक जान की परवाह कभी नहीं करता ।

चीन के हुबेई-वुहान से फैले कोरोना वायरस (कोविड-19) का डर आज पूरी दुनिया मे है। मामला और भी ज्यादा गंभीर हो गया जब ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)’ ने कोरोना वायरस बीमारी को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया । अब तक यह महामारी 152 देशों में फैल चुकी है ।कोरोना अब राष्ट्रीय आपदा घोषित हो चुकी है ।

राजस्थान में भी राज्य सरकार ने इसकी गम्भीरता को समझते हुए सभी स्कूल ,कोचिंग सेंटर ,जिम ,सिनेमाघर एवं थियेटर आदि बन्द करने के निर्देश जारी कर दिए हैं ।

राजस्थान क्षेत्रफल के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां ग्रामीण जनसंख्या लगभग 75 प्रतिशत है ।गांवों का हाल हम जानते हैं कि यहां व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति कितना सचेत रहा जाता है ?

राजस्थान के झुंझुनूं व भीलवाड़ा जिले में कर्फ्यू लगा हुआ है ।यहां जिले की सीमाएं पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए सील कर दी गयी है ।


“जबां हमारी न समझा यहां कोई ‘मजरुह’
हम अजनबी की तरह अपने ही वतन में रहे”
~ मजरुह सुल्तानपुरी ।


पुलिस के अधिकारी बाजारों में घूम-घूम कर उदघोषणा कर रहे हैं कि लॉकडाउन चल रहा है ,कृपया अपने घरों में रहें ।धारा 144 के चलते कई मार्गों पर पुलिस का कड़ा पहरा है ।कई जगह पर जो कर्फ्यू लगा हुआ है उसमें भी पुलिस ही है जो आपके लिए खड़ी है वहां पर । पुलिस जगह-जगह पर खुली दुकानों को बन्द करवा रही है और सरकार के निर्देशों को मानने के लिए समझा रही है।

हम लोगों ने ही पुलिस विभाग को कमजोर बनाया है क्योंकि हमारी शिकायत से पहले तो नेताओं का फोन करवाने में हम लग जाते है । पुलिस का कर्मचारी नौकरी जॉइन से लेकर रिटायर होने तक ‘ऊपर से आर्डर’ शब्द को रात को नींद में भी बोलता रहता है ।भीड़ हो या लड़ाई ,लाठी चार्ज हो या रोकथाम सब जगह इनका एक ही जवाब होता है कि ‘ऊपर से आर्डर’ है ।

एक सैनिक देश की रक्षा बाहरी दुश्मनों से करता है लेकिन पुलिस देश की रक्षा अंदर के दुश्मनों से कर रही है । पुलिस की लाठी में भी देर है अंधेर नहीं क्योंकि यहां इन लोगों को अपने ही समाज व लोगों पर कार्यवाही करनी पड़ती है ।पुलिस गुमनाम योद्धा की तरह है जो सब कुछ करके भी कई बार इन्हें शून्य मिलता है । हम किसी भी मुश्किल में फंस जाते हैं तो हमें 100 नम्बर याद आते हैं ।


“वतन को फूँक रहे हैं बहुत से अहल-ए-वतन
चराग घर के हैं सरगर्म घर जलाने में ”
~ महताब आलम


पूरे विश्व में कोरोना का कहर है । भारत देश हर कोशिश कर रहा है, इसे फैलने से बचाने के लिए लेकिन लोगों में अब भी मजाक का माहौल है ।बार-बार समझाने पर भी कई जगह गांव-मोहल्लों में युवाओं की भीड़ लगी हुई है ।पुलिस पूरे दिन लगी हुई है हमारी सुरक्षा में और हम अब भी बाइक लेकर गलियों में घूम रहे हैं ।

कई जगह अनावश्यक बाहर घूमने वाले लोगों को पकड़कर पुलिस ने उनके हाथों में एक पम्पलेट देकर फ़ोटो खींची है ,जिस पर लिखा हुआ है कि ” मैं समाज का दुश्मन हूँ ,मैं मुंह पर मास्क नहीं लगाऊंगा ,बिना काम के बाहर घूमूँगा ।”

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत कोरोना वायरस का अगला सबसे बड़ा शिकार हो सकता है ।अब सब कुछ हमारे हाथों में है कि हम प्रशासन की बात माने और जब तक लॉकडाउन किया गया है तब तक घरों में रहें ,ख्याल रखें ,निजी स्वच्छता का ध्यान रखें और ईश्वर से प्रार्थना करें कि समस्या का हल जल्द से जल्द हो ।

कोरोना वायरस से सम्बंधित किसी भी तरह की कोई पोस्ट या वीडियो शेयर नहीं करें ,यह कार्य स्वास्थ्य विभाग एवं राज्य सरकार बखूबी निभा रहे हैं । जो-जो सुझाव है डॉक्टर्स व सरकार के निर्देशों में क़ि क्या करना है और क्या नहीं करना ? उन सब का नैतिक कर्तव्य समझकर अनुसरण करें ।

ये जहन में बिठा लीजिये कि पुलिस भी दिन-रात आपकी प्राणों की रक्षा कर रही है । इस विभाग की छवि हमने अपने ही कृत्यों से कलंकित की है जिसे सब सही करने व समझने की जरूरत है ।ये लोग देश के अंदर अपने ही लोगों से जूझ रहे हैं ।

हमसे घर मे छोटे बच्चे को काबू करना मुश्किल हो जाता है परंतु ये लोग समाज के कई उपद्रवियों का सामना करते हैं ।गलत कुछ भी हुआ हो लेकिन पूरा इल्जाम इन पर लग जाता है । कई बार जनता के आक्रोश और गाली -गलौच का सामना इन्हें ही करना पड़ता है ।पुलिस के ऊपर अपने ही लोगों द्वारा पत्थर बरसायें जाते हैं ।कई-कई दिनों तक पुलिस को ऑपरेशन के दौरान खाना- पीना और नींद सबको त्यागना पड़ता है ।

मानते हैं कि हर चीज के दो पहलू होते हैं इसलिए हम पुलिस विभाग से यही कहना चाहेंगे कि आप समाज की उम्मीद हैं और आप यूँही देश सेवा में लगे रहिये बस अपने ऊपर उठे प्रश्न चिह्नों पर भी ध्यान देंवे और उन्हें सुधारने की कोशिश करें ।

इस वायरस की वजह से विकट परिस्थियों में आप जो हमारे लिए कर रहे हैं, वो हमेशा याद रखा जायेगा ।गर्व कीजिये कि आप पुलिस हैं और समाज के रक्षक हैं ।हम सब आपको सलाम करतें हैं ।


विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि ‘हैंक बेकेडम ने कहा है –
” कोरोना वायरस के मामले में भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रतिक्रिया शानदार रही है और मैं इससे काफी प्रभावित हूँ ।यही वजह है कि भारत मे अभी दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति है ।
“सावधान रहें ,सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।”


– आबिद खान गुड्डू
( झुंझुनूं ,राजस्थान )

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