हमें नफरत पर अमित शाह के एक इंच से 2 इंच आगे बढ़ना है : आईएएस कन्नन गोपीनाथन

देशभर में चल रहे नागरिकता कानून औऱ NRC के विरोध प्रदर्शन के बीच PUCL की राज्य इकाई ने 29 जनवरी को “लोकतंत्र एवं देश को बचाने वाले, देशव्यापी आंदोलन पर संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया जहां पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथन और दिल्ली विश्वविद्यालय से प्रोफेसर अपूर्वानंद ने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में आईएएस गोपीनाथन ने अपनी बात शुरू करने से पहले कई सवाल श्रोताओं के सामने रखते हुए बोले कि हमें नागरिकता कानून और NRC का विरोध करने से पहले इन्हें अच्छी तरह समझना जरूरी है।

CAA पर बोलते हुए गोपीनाथन बोले, धर्म किसी को भी नागरिकता देने की बुनियाद नहीं बन सकता है। जो कानून सरकार लेकर आयी है वो साफ़तौर पर असंवैधानिक है जिसमें यह नहीं लिखा कि धार्मिक आधार पर प्रताड़ना क्या और कैसे होती है।

आगे बोलते हुए वो बोले कि, आज के माहौल में जब आप सरकार से सवाल पूछते हैं तो ये लोग हड़बड़ा जाते हैं। सरकार के लिए कश्मीर में 370 धारा हटाना, CAA-NRC ये सब मुख्य एजेंडे है ना कि कोई ध्यान भटकाने के पैंतरे है।

हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम सरकार से सवाल पूछें और पूछते रहे जो कि हम भूलते जा रहे हैं।

इसके अलावा कश्मीर मसले पर बोलते हुए गोपीनाथन ने कहा कि देशवासियों को अलग करके देश कभी एक नहीं हो सकता है। हमें आज यह सोचना होगा की क्या वाकई में एक लोकतांत्रिक देश में सांस ले रहे हैं ?

वहीं NPR पर बोलते हुए गोपीनाथन बोले कि सरकार NPR और NRC के संबंध को लेकर लगातार झूठ बोल रही है। NPR को जनगणना के साथ लेकर आना ही सरकार का सारा खेल है।

इसके आगे देशभर में चल रहे आंदोलनों पर गोपीनाथन ने कहा कि देश की महिला और लोगों के सड़क पर आने से सरकार बैकफुट पर आयी है और हमें इस आंदोलन को और आगे बढ़ाना है।

राजस्थान की गहलोत सरकार के विधानसभा में पारित प्रस्ताव पर बोलते हुए PUCL की राज्य सचिव कविता श्रीवास्तव ने कहा कि, गहलोत सरकार ने चाहे प्रस्ताव पारित किया हो लेकिन NPR प्रक्रिया को पूरी तरह रोकने के लिए सरकार की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।

कार्यक्रम में डीयू के प्रोफेसर अपूर्वानंद बोले, आंदोलन को लेकर सबसे सुकून दिलाने वाली बात यही है कि इस देश की 20 करोड़ आवाम किसी ना किसी रूप में सड़क पर है।

कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी, निखिल डे, निशा सिद्धू, अनिल गोस्वामी, इकबाल सिद्दीकी, उपेंद्र शंकर सहित अनेक गणमान्य लोग, युवा एवं कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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