बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जीतू फौजी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव शनिवार, 23 अगस्त को कोर्ट से जमानत लेकर जैसे ही जेल से बाहर आए, उनका शानदार स्वागत किया गया है .
शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के स्याना के पूर्व नगर अध्यक्ष हैं जबकि उपेंद्र सिंह राघव आरएसएस(RSS) से संबंध रखते हैं.
ग़ौरतलब है कि पिछले साल तीन दिसम्बर को सहारनपुर में गोवंश के कंकाल मिलने पर हिंसा भड़क उठी थी!
भीड़ ने इन्स्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या कर दी थी!
ये समाज और क़ानून व्यवस्था के लिए कितना घातक और शर्मनाक है! अपराधी बाहर आते हैं और एक विशेष विचारधारा के लोग उनका स्वागत करते हैं!
इस पर शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी ने भी दुःख व्यक्त किया है! एक समाचार चैनल के हवाले से उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि वो लोग रिहा कैसे हो गए!
हालाँकि सांप्रदायिक राजनीति की ये मिसाल पहली बार नहीं है! इससे पहले भी झारखंड में अलीमुद्दीन मॉब लिंचिंग के आरोपीयों को उस समय के भाजपा मंत्री जयंत सिन्हा ने माला पहना कर स्वागत किया था!