सरकार को 59 साल पुराने सूचना केन्द्र को स्थानान्तरण करने की आवश्यकता क्यों है

हाईकोर्ट ने सरकार के फनसिटी बनाने के आदेश पर लगाई अंतरिम रोक सूचना केन्द्र को यथावत रखने के दिए आदेश.

राजस्थान हाईकोर्ट ने सोमवार को अपने अहम आदेश में जयपुर सूचना केन्द्र को स्थानान्तरित कर उसके स्थान पर फन सिटी बनाने की कोशिशों पर रोक लगा दी है। कोर्ट के इस आदेश से सरकार को गहरा झटका लगा है।
सोमवार को न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने इस मामले में राज्य सरकार के मुख्य सचिव एवं सूचना एवं जन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं आयुक्त को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है और पूछा है कि 59 साल पुराने सूचना केन्द्र को स्थानान्तरण करने की आवश्यकता क्यों पड़ी है। न्यायाधीश श्री संजीव प्रकाश शर्मा ने एडवोकेट ललित शर्मा की ओर से दायर याचिका की सुनवाई के बाद सोमवार को जयपुर सूचना केन्द्र में फनसिटी बनाने को लेकर सरकारी कोशिश पर रोक लगाते हुए यथास्थित के आदेश दिये हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल रावत की याचिका में यह आरोप लगाया गया था कि सरकार एक निजी कम्पनी को लाभ देने के लिए सूचना केन्द्र की जगह फनसिटी लाने की प्रक्रिया में है।
अदालत को बताया गया कि पिछले 59 साल से सूचना केन्द्र शोधकर्ताओं, पत्रकारों, वकीलों, छात्र छात्राओं और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे मध्यम वर्गीय छात्र छात्राओं का महत्वपूर्ण केन्द्र बिन्दु रहा है।
यहां पर लाखों की संख्या में पत्र पत्रिकाएं एवं अखबार है इसके अलावा कई बहुमुल्य पुस्तकें एवं ग्रन्थ है। वकीलों की हड़ताल के बावजूद धर्मपाल रावत ने स्वयं पैरवी
करते हुए अदालत से प्रार्थना की कि याचिकाकर्ता फनसिटी के खिलाफ नही है लेकिन सूचना केन्द्र को हटाया ना जाये। गौरतलब है कि सोशल मीडिया में सूचना केन्द्र को बन्द कर फन सिटी बनाने की काफी आलोचना हुई थी। कई वरिष्ठ पत्रकारों ने सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की थी।
सूचना केन्द्र महत्वपूर्ण तथ्य
सूचना केन्द्र की स्थापना 22 नवम्बर, 1959 में हुई तब त्रिपोलिया के पास स्थित महाराजा सार्वजनिक पुस्तकालय में यह केन्द्र प्रारम्भ किया गया था। वर्तमान भवन में 9 मई 1968 को स्थानान्तरित हुआ। इसका उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति डाॅ. जाकिर हुसैन ने किया था। 9 मई 1968 को भवन का निर्माण 12876 वर्ग फुट पर किया गया था। सूचना केन्द्र के पुस्तकालय में 60000 हजार से अधिक पुस्तकें है जो कि अति दुर्लभ है।
सूचना केन्द्र की स्थापना से अबतक तक 10 समाचार पत्रों की 7000 फाईलें संकलित हैं। प्रतिदिन 350 से अधिक पाठक सूचना केन्द्र की सेवाओं से लाभान्वित होते हैं। सूचना केन्द्र का कुल क्षेत्रफल 23,000 वर्ग फुट से अधिक है। सूचना केन्द्र परिसर में राजस्थान स्वर्ण जयन्ती कक्ष की आधारशिला तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत एवं मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत द्वारा 2 अगस्त 1997 को रखी गई थी।
राजस्थान स्वर्ण जयन्ती कक्ष का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 30 मार्च 1999 को किया गया था।
राजस्थान स्वतंत्रता संग्राम कीर्ति स्तम्भ का लोकार्पण एवं सूचना केन्द्र के प्रथम तल पर बने हुए राजस्थान स्वतंत्रता संग्राम स्मृति भवन एवं अनुसंधान केन्द्र का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 14 दिसम्बर 2002 को किया गया था।

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