सीकर: अमराराम को मिला MLA वीरेंद्र सिंह का साथ, इंडिया गठबंधन हुआ मजबूत

कामरेड अमराराम

-।अशफाक कायमखानी।

सीकर। शेखावाटी सम्भाग मुख्यालय की सीकर लोकसभा सीट से इण्डिया गठबंधन उम्मीदवार कामरेड अमराराम के समर्थन में दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के दांता कस्बे में आयोजित गठबंधन कार्यकर्ताओं की विशाल बैठक में क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक वीरेन्द्र सिंह व कामरेड अमरा राम द्वारा एक मंच से सम्बोधित करके दोनो द्वारा जीत का दावा करने से उनकी उम्मीदवारी को काफी मजबूती मिली है। 

पिछले चार विधानसभा चुनाव में अमरा राम द्वारा दो दफा विधायक वीरेन्द्र सिंह व दो दफा उनके पिता नारायण सिंह के सामने दांतारामगढ़ से चुनाव लड़ने से इनके मिलन पर बने संशय का आज पटाक्षेप हो गया। इस मिलन से उनके कार्यकर्ताओं मे काफी जौश भरना व आपसी विश्वास कायम होना देखा जा रहा है।

दांतारामगढ़ विधानसभा सीट राजस्थान की उन दो सीटो में से एक है जहां से अभी तक भाजपा अपना विधायक नही बनवा पाई है। अधिकांश समय विधायक वीरेन्द्र सिंह व उनके पिता चौधरी नारायण सिंह यहां से जीतते रहे है। 2008 मे कामरेड अमरा राम भी यहां से विधायक बने थे। अब विधायक वीरेंद्र सिंह व कामरेड अमरा राम के साझा नेतृत्व से इण्डिया गठबंधन के उम्मीदवार को यहां से बडी लीड आने की उम्मीद जताई जाने लगी है।

हालांकि भाजपा अभी भी मोदी लहर को मानकर सीकर से अपनी जीत सुनिश्चित मानकर चल रही है। जबकि इस बार संघर्षशील किसान नेता अमराराम के साथ गठबंधन के सभी दलो की एकजुटता व उनके नेताओं की कड़ी मेहनत से मतदाताओं का 2014 व 2019 के मुकाबले मिजाज बदला बदला नजर आने लगा है। 

क्षेत्र में मतदाता भाजपा उम्मीदवार स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से जगह जगह उनके दस साल में सांसद विकास कोटा में मिले पचास करोड़ रूपये के खर्च का हिसाब पूछने लगे है। ग्रामीणों का कहना है कि सीकर लोकसभा की चार सौ पंचायतो मे अगर इस कोटे का उपयोग सांसद करते तो हर पंचायत के हिस्से मे करीब करीब सोलह लाख आते। अगर कोराना काल में उनके कोटे का कुछ हिस्सा काम में आया तो फिर भी बड़ा हिस्सा हर पंचायत को मिलता। स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से अनेक जगह उनके जनसंपर्क दौरे में उनके कार्यकाल का हिसाब मांगना भी उनके लिए सिरदर्द बनने लगा है।

वहीं दूसरी ओर अमरा राम ने विधायक नही रहते हुए भी बडे बडे किसान आंदोलन चलाकर किसानों को राहत दिलाने से किसान बिरादरी के साथ साथ गरीब व मजदूरों की सहानुभूति उन्हें मिल रही है। सांसद सुमेधानंद द्वारा अपने कोटे से बड़ी संख्या में विभिन्न कम्पनियों द्वारा लोकसभा क्षेत्र मे हाईमास्क लाईटें लगवाना भी चर्चा का विषय बनाता नजर आने लगा है।

कुल मिलाकर यह है कि संघर्षशील किसान नेता कामरेड अमरा राम को उनकी आसानी से मतदाताओं को उपलब्धता, उनके द्वारा सफल आंदोलन चलाकर किसानों को राहत दिलाने के अलावा गठबंधन के सभी दलो के नेताओं का उनके पक्ष में एकजुटता दिखने से से मतदाताओं में विश्वास बढ़ रहा है, जिससे उनके पक्ष मे लगातार माहौल रहा है। माहौल को देखते हुए राजनीतिक पंडित उनकी जीत की सम्भावना जताने लगे है।भाजपा की आपसी कलह की चर्चा भी चलने लगी है।

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