राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव को लेकर पिछले दिनों से जोशी-डूडी गुटों मे जारी वर्चस्व की जंग के बीच 2 चुनाव अधिकारियों के बदले जाने के बाद अब चुनाव कार्यक्रम जारी हो गया है। चुनाव मे सीपी जोशी धड़े की तरफ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत चेयरमैन पद के उम्मीदवार के तौर पर सामने आ रहे है। जबकि दूसरे धड़े की तरफ से पूर्व विरोधी दल के नेता रहे रामेश्वर डूडी के चुनाव लड़ने की सम्भावना जताई जा रही है।
इसी बीच यह भी खबर है कि एक शक्तिशाली तबका उक्त दोनों धड़ो मे समझौता कराकर वैभव गहलोत को निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के लिये आपसी समझौता करवा कर डूडी को आरसीए की बजाय सरकार के किसी अच्छे बोर्ड-निगम का अध्यक्ष बना दिया जाये। फिर भी चुनाव कार्यक्रम जारी हो चुका है।
दो गुटों के बीच में फंसी आरसीए में आखिरकार शनिवार को चुनाव अधिकारी द्वारा जारी जारी किए गए चुनावी कार्यक्रम के तहत 29 सितंबर को वोटर लिस्ट पर आपत्तियां दर्ज होंगी। 30 सितंबर को आपत्तियों पर सुनवाई होगी और उसके बाद अंतिम वोटर लिस्ट जारी की जाएगी। इस बार मतदान के लिए महज 2 घंटे का ही समय दिया गया है जो 4 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक मतदान होगा। मतदान के तुरंत बाद 2 बजे से मतगणना होने पर परिणाम जारी कर दिए जायेगा।
यह रहेगा आरसीए का चुनाव कार्यक्रम
29 सितंबर – दोपहर 1 बजे तक दी जा सकेगी वोटर लिस्ट पर आपत्ति
30 सितंबर – सुबह 11 से लेकर 5 बजे तक आपत्तियों पर सुनवाई
30 सितंबर – रात 8 बजे अंतिम वोटर लिस्ट जारी
01 और 02 अक्टूबर – नामांकन
02 अक्टूबर – नामांकन-पत्रों की स्क्रूटनी होगी।
03 अक्टूबर – योग्य कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी और शाम 6 बजे कैंडिडेट की फाइनल लिस्ट जारी
04 अक्टूबर – सुबह 11 बजे से लेकर 1 बजे तक मतदान और उसके बाद मतगणना कर परिणाम जारी किये जाएंगे।
आरसीए में किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं
चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद आरसीए उपाध्यक्ष मोहम्मद इकबाल ने इस पर संतुष्टि जताई। इकबाल ने कहा कि चुनाव अधिकारी द्वारा जारी किए गए चुनावी कार्यक्रम का वह स्वागत करते हैं. आरसीए में किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं है, जिसको चुनाव में हिस्सा लेना है वो पूरी तरह से ले सकता है।
वहीं दूसरी ओर रामेश्वर डूडी गुट के माने जाने वाले आरसीए कोषाध्यक्ष पिंकेश जैन ने भी चुनाव कार्यक्रम का स्वागत करते हुए कहा कि जो भी चुनावी कार्यक्रम जारी किया गया है, उसी अनुसार काम किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर दोनों गुट बैठकर कोई वार्ता करते हैं और किसी प्रकार का समझौता होता है तो निर्विरोध चुनाव भी हो सकते हैं।
– अशफाक कायमखानी (स्वतंत्र टिप्पणीकार)