नोदीप कौर और दिशा रवि की गिरफ्तारी के विरोध में जयपुर में हुआ प्रदर्शन


मजदूर कार्यकर्ता नोदीप कौर और पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के विरोध व रिहाई की मांग को लेकर अम्बेडकर सर्किल जयपुर पर जुटे युवा और सामाजिक संगठन

दिनांक 16 फरवरी 2021 को जयपुर के सामाजिक कार्यकर्त्ता व युवा अम्बेडकर सर्किल जयपुर पर मजदूर कार्यकर्ता नोदीप कौर और पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की रिहाई की मांग को लेकर जुटे ।

सभी का मानना था की देश के युवाओ द्वारा मोदी सरकार की नीति व कानूनों से मतभेद और अहिंसक लोकतांत्रिक विरोध करने पर सरकार सीधा देशद्रोह या आतंकवाद के कानून की धाराओ में मामले दर्ज कर रही है ।

पिछले वर्ष भी बहुत सारे युवाओ को दिल्ली के दंगो की साजिश के झूठे आरोप मे आतंकवादी कानून UAPA की धाराओ में बंद किया था, और वे सब अभी भी जेल में है। साथ ही महाराष्ट्र के 3 दलित युवा कार्यकर्ताओ को भी इसी तरह UAPA में भीमा कोरेगांव की हिंसा की साजिश में झूठे आरोपों में पकड़ा गया ।

युवा साथियों ने ढपली पर बहुत सारे नारे लगाये जैसे – युवाओ पर झूठे आरोप लगाना बंद करो, मजदूर कार्यकर्त्ता नोदीप कौर को रिहा करो, पर्यावरण कार्यकर्त्ता दिशा रवि को रिहा करो, मोदी सरकार युवाओ पर झूठे आरोप लगाना बंद करे, अशोक गहलोत सरकार धरना स्थल का स्थान दो इत्यादि ।

NFIW की निशा सिद्दू का कहना था की इस वर्ष की शुरुआत में ही मजदूर अधिकार संगठन की कार्यकर्ता 23 वर्षीय नोदीप कौर को हरियाणा सरकार की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया और 3 FIR उन पर कर दी गई, जिसमे हत्या के प्रयास जैसी धाराएं जोड़ दी गई। गिरफ्तारी के दौरान नोदीप कौर पर मारपीट और योनिक हिंसा की गई और अभी तक जमानत नहीं मिली , यह शर्मनाक है ।

मजदुर नेता हरकेश बुगालिया कहना था की अब देश के हर तबके के लोगो को निकलना होगा जैसे किसान निकले है । सभी को अपना डर पीछे छोड़ना होगा तभी संविधान के दायरे में देश चल सकता है, फांसीवाद राज से मुकाबला करना मुश्किल होगा ।

युवा मजदूर नेता व कलाकार रितांश आज़ाद ने कहा की हाल ही में 14 फरवरी को अचानक एक बेंगलुरु की 22 वर्षीय पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को देशद्रोह मुकदमे में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया और महाराष्ट्र के निकिता जेकब और शांतनु के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किये । इन पर किसान आंदोलन के अंतराष्ट्रीय समर्थको के साथ मिलकर 26 जनवरी को दिल्ली में हुई वारदात की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है ।

युवा कार्यकर्त्ता अपूर्वा ने कहा की मीडिया टूल किट की तरह प्रस्तुत कर रही है, जैसे कारतूस, वगेरह हो । टूल किट केवल पैरवी करने के कुछ बिंदु होते है, जैसे उबर गाड़ी लेते है तो उबर आपको “सेफ्टी टूल किट”, सुरक्षा के लिए कुछ बिंदु, उबर एप में आपको यह दीखता है। इसी तरह टूल किट जिसको लेकर गिरफ़्तार किया जा रहा है, उसमें इसी तरह के कुछ बिंदु है । किसानों का मुद्दा क्या है, क्या कर सकते है, किसको ज्ञापन भेज सकते है….. इत्यादि । उनका कहना था की इस दमन से निडर होकर सड़को पर आना होगा ।

जमाते इस्लामी हिन्द के प्रदेशाध्यक्ष मोहम्मद नाजिमुद्दीन ने कहा की सोशल मीडिया केम्पन के जरिये सच क्या है, जिसका माहोल बनाना होगा, गोदी मीडिया झूठी जानकारी दे रही है और आम लोगो में जहर भरा जा रहा है, सच्चाई से दूर रखा जा रहा है ।

पीयूसीएल राजस्थान की कविता श्रीवास्तव ने कहा की जिस तरह एक नया समाज और दुनिया का सपना देखने वाले युवाओ की पहल कदमी पर मोदी सरकार ने आघात किये है व उनके काम का अपराधीकरण और उन्हें अपराधी बनाने की कोशिश कर रही है, उसको लेकर पुरे देश को सरकार के इन हमलों का विरोध करना चाहिये । साथ ही नोदीप कौर, दिशा रवि जैसे कार्यकर्ताओ की रिहाई की तुरंत मांग करनी चाहिये ।

अंत में प्रस्ताव पारित किया गया की जयपुर शहर के बीच में और सचिवालय के पास अशोक गहलोत सरकार तुरंत धरना स्थल का स्थान जनता को समप्रित करना चाहिए, जिससे की पुलिस आन्दोलनकारियों पर मुकदमा दर्ज न करे , जिससे की लोकतांत्रिक विरोध को अवैध न ठहराये जाये ।

जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता जो प्रदर्शन में शामिल हुए

कविता श्रीवास्तव, निशा सिद्धू, हरकेश बुगालिया, कोमल श्रीवास्तव, रितांश आज़ाद, मोहम्मद नाजिमुद्दीन, मो. इकबाल, पप्पू, रमा, बप्पादित्या, अलिया ददीच, अपूर्वा, बाबु लाल, नीलम, नविन, जय प्रकाश, श्याम सुन्दर व अन्य ।


 

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