कांग्रेस ने जयपुर लोकसभा से सुनील शर्मा का टिकट बदलकर खाचरियावास को दिया

जयपुर। लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने अब तक जिन प्रत्याशियों का ऐलान किया है, उनमें सबसे ज्यादा विवाद राजस्थान की जयपुर शहर लोकसभा सीट के प्रत्याशी सुनील शर्मा को लेकर हो रहा है. सुनील शर्मा को टिकट देने के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया था, जिसके बाद धीरे धीरे कांग्रेस के भीतर भी सुनील शर्मा को टिकट दिए जाने का विरोध होने लग गया था.

सुनील शर्मा को जयपुर शहर लोकसभा से उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने भी नाराजगी जताते हुए ‘X’ पर लिखा था कि, “24 अकबर तक जाने वाली सड़क पर चलते वक्त उनमें दिव्य बदलाव हो गया होगा. ये उस वक्त का उनका एक ट्वीट है जब उन्होंने मुझ पर हमला किया था.”

शशि थरूर ने जनवरी 2021 का ‘द जयपुर डायलॉग्स’ का एक ट्वीट भी पोस्ट किया है, जिसमें लिखा गया है, “शशि थरूर राहुल गांधी ही तो हैं, बस उन्होंने लाइब्रेरी से बाहर जाते हुए एक शब्दकोश चुरा लिया था.”

जब सुनील शर्मा को कांग्रेस ने जयपुर सिटी लोकसभा से टिकट दिया तो चर्चा इस बात की हो रही थी की सुनील शर्मा जयपुर की ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के चेयरमैन हैं, लेकिन धीरे-धीरे पता चला कि सुनील शर्मा ‘जयपुर डायलॉग्स’ के डायरेक्टर भी है। उसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी टिकट वापसी की मांग उठने लगी. उन पर आरोप लगा की वो जयपुर डायलॉग्स फोरम के डायरेक्टर हैं.

जयपुर डायलॉग एक यूट्यूब चैनल है. आरोप है कि इस चैनल का कंटेंट मुसलमानों और विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस के खिलाफ नफरती है. जयपुर डायलोग चैनल पर यह भी आरोप है कि वो एक दक्षिणपंथी प्रोपेगेंडा चलाता है.

सोशल मीडिया पर जयपुर डायलोग को लेकर विवाद बढ़ने पर सुनील शर्मा ने इसको लेकर वीडियो और लिखित में स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उनका जयपुर डायलॉग यूट्यूब चैनल और इसके एक्स (ट्विटर) अकाउंट से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि, “मेरा जयपुर डाइलॉग यू ट्यूब चैनल के प्रबंधन से कभी भी कोई वास्ता नहीं रहा। मैं सभी न्यूज़ चैनल्स और यूट्यूब चैनल्स पर अक्सर कांग्रेस दर्शन अनुसार समावेशी भारत निर्माण पर पैनलिस्ट के तौर पर आमंत्रित किया जाता हूँ। इसी क्रम में जयपुर डायलॉग यू ट्यूब चैनल ने कुछ सामाजिक मुद्दों पर मुझे विभिन्न प्रश्नों पर कांग्रेस के विज़न अनुसार बोलने को जरूर बुलाया था और वहाँ भी मैंने यथा योग्य भारत की उद्दात परंपरा की पैरोकारी और सदैव धार्मिक संकीर्णता का डट कर विरोध किया है।

जिस जयपुर डायलॉग फोरम (इसका यूट्यूब के स्वामित्व से कोई लेना देना नहीं है) की डाइरेक्टरशिप के बारे में कतिपय लोग अपने निहित स्वार्थ के चलते अफ़वाह उड़ा रहे है उससे भी मैं काफ़ी अरसे पूर्व ही संबंध विच्छेद कर चुका हूँ।

जहां तक मेरा और मेरे परिवार का संबंध है तो यह बताना समीचीन होगा कि मेरे पिता आचार्य पुरुषोत्तम उत्तम एवम् मेरे ज्येष्ठ भ्राता स्वर्गीय सुरेश शर्मा ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस की सेवा में लगाया था और मैं भी 1981 से अब तक निरंतर न केवल कांग्रेस पार्टी का सदस्य बना रहा हूँ वरन् मेरा सौभाग्य था कि इस दौरान विभिन्न पदों पर रहते हुए मुझे पार्टी की सेवा का मौक़ा भी प्राप्त हुआ।”

इस पूरे मामले पर पत्रकार अवधेश पारीक कहते हैं कि,

लोकसभा चुनावों को लेकर जयपुर शहर सीट पर ‘लंबे मंथन’ के बाद कांग्रेस ने सुनील शर्मा को टिकट दिया, सुनील को टिकट मिलते ही उनके ज्ञान विहार और कांग्रेसी संबंध की चर्चा हुई लेकिन धीरे-धीरे उनके बाकी लिंक भी सामने आए और बात ‘जयपुर डायलॉग्स’ पर आकर रूक गई और अब इसके इर्द-गिर्द सारी चर्चा सिमट गई है.

जयपुर डायलॉग्स से सुनील शर्मा का लिंक रहा है, उनके इस फोरम के डायरेक्टर होने के भी प्रमाण हैं. वह चैनल के यूट्यूब चैनल पर कई वीडियो और चर्चाओं में शामिल होते रहे हैं. हालांकि ‘जयपुर डायलॉग्स’ के यूट्यूब पर प्रमुख तौर पर दिखने वाला चेहरा संजय दीक्षित है.

वहीं शर्मा के कई वीडियो हैं जिनमें वह आजादी आंदोलन, हिंदुत्व और गांधी से लेकर सभ्यताओं पर चर्चा करते रहे हैं लेकिन जयपुर डायलॉग्स का मंच कथित बौद्धिकता और चिंतन-मनन की खाल ओढ़े हुए सांप्रदायिक और नफरत से लबरेज एक ऐसा मंच है जहां सत्ताधारी दल की मुखालिफत करने वाली पार्टियों के नेताओं का मखौल उड़ाने के साथ ही खुलेआम जहर परोसा जाता है.

जब राहुल गांधी देशभर में मोहब्बत की दुकान खोलने की मुनादी कर रहे हैं उस बीच जयपुर शहर सीट से एक ऐसे शख्स को टिकट दिया गया है जो उनके वैचारिक फेब्रिक में कहीं फिट नहीं बैठ रहा है तो सवालों की उंगलियां तो उठेंगी ही. हालांकि जानकारी के मुताबिक शर्मा का परिवार पुराना कांग्रेसी रहा है, वो खुद पहले हवामहल से टिकट मांग चुके हैं.

जब एक एक टिकटों के लिए लंबा मंथन और चिंतन चलता है ऐसे में सुनील शर्मा को टिकट देने पर सवाल खड़े होने लाजमी ही है. वहीं सुबह से ‘जयपुर डायलॉग्स’ के यूटयूब चैनल के कुछ स्क्रीनशॉट भी तैर रहे हैं जिनमें दिख रहे शख्स संजय दीक्षित हैं जो रिटायर्ड आईएएस हैं और उनके बारे में बताने की जरूरत ही नहीं, बस एक नजर उनके चैनल पर मार आइए.

दरअसल कांग्रेसी खेमे पर कई बार आरोप लगे हैं कि वहां कई चोला ओढ़े नेता हैं ऐसे में अब शर्मा को टिकट दिए जाने के बाद कई कांग्रेसी ही दबी जुबान में माथा पकड़ रहे हैं.

इस पूरे प्रकरण के सामने आने और सोशल मीडिया पर लगातार विरोध के बाद रविवार को सुनील शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर के कांग्रेस का टिकट वापसी की पहल कर दी। उसके बाद रविवार देर रात कांग्रेस ने सुनील शर्मा की जगह जयपुर शहर लोकसभा से पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को टिकट देने की घोषणा कर दी।

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