राजस्थान

मांगरोल के मुहम्मद रमजान की पुलिस कस्टडी में हत्या , और मुँह में दही जमाये मुसलमान विधायक

By khan iqbal

July 13, 2019

लगभग दो महीने से अधिक हो गया है लेकिन बारां ज़िले के मांगरोल क़स्बे के रहने वाले मोहम्मद रमज़ान के परिवार को आज तक इंसाफ़ नहीं मिल पाया है! राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद मुसलमानों को इस बात की उम्मीद थी कि उन्हें कुछ सुरक्षा और प्रोत्साहन मिलेगा !

लेकिन उसका बिल्कुल उलटा हुआ राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनने के बाद गाय के नाम पर लिंचिग हुई वहीं भाजपा सरकार में गाय के नाम पर मारे गए पहलू ख़ान तक पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने न्यायालय में चार्जशीट तक दाख़िल करवा दी!

राजस्थान विधानसभा में नौ मुस्लिम विधायक हैं जिसमें से आठ मुस्लिम विधायक कांग्रेस के टिकट पर जीतकर आए हैं लेकिन दिखावे के लिए मुहम्मद रमज़ान के परिवार से मिलने के अलावा उन्होंने आगे की कोई कार्रवाई नहीं की !

इतना बड़ा मुद्दा होने के बाद विधानसभा में किसी 1 कांग्रेस मुस्लिम विधायक की ज़बान तक नहीं खुली ऐसा लगता है जैसे मोहम्मद रमज़ान की हत्या के साथ ही राजस्थान में कांग्रेस के विधायक भी मर गए थे!

वही लोग मोहम्मद रमज़ान के लिए इंसाफ़ की माँग कर रहे हैं शुक्रवार को मांगरोल में एक बड़ा प्रदर्शन किया गया!

जानिए क्या है पूरा मामला-

बारां जिले के मांगरोल निवासी मोहम्मद रमज़ान जो कि एक पुराने केस में सज़ायाफ्ता कैदी थे और बारां कारावास में बंद थे। उनके बार बार बीमार रहने के कारण उनको बारां बन्दीगृह से कोटा बन्दीगृह में भेज दिया गया था। 

रमज़ान को इलाज के लिए कोटा मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया इलाज के दौरान ही मेडिकल कॉलेज के कैदी वार्ड में ही प्रहरियों द्वारा शराब के नशे में मरीज़ मोहम्मद रमज़ान के साथ बुरी तरह मारपीट की गई।

मांगरोल के मोहमद रमजान की पुलिस अभिरक्षा में हुई कथित हत्या के इन्साफ के लिए विरोध प्रदर्शन !मांगरोल के मोहमद रमजान की पुलिस अभिरक्षा में हुई कथित हत्या के इन्साफ के लिए विरोध प्रदर्शन !

मांगरोल के मोहमद रमजान की पुलिस अभिरक्षा में हुई कथित हत्या के इन्साफ के लिए विरोध प्रदर्शन

मारपीट से हालत गंभीर होने के बाद सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर ले जाया गया। इस दौरान परिवार द्वारा बार बार विनती करने के बाद भी मोहम्मद रमज़ान से मिलने नही दिया गया।

बाद में किसी तरह परिवार उनसे मिला तब मोहम्मद रमज़ान ने पुलिस द्वारा मारपीट के बारे में परिवार को बताया। उक्त मारपीट के बाद पुलिस कस्टडी में ही मोहम्मद रमज़ान की मौत हो गई।

इसके बाद पूरे प्रदेश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया जिसमें पीड़ित के परिवार को 50 लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा हत्या करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी।

प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रमोद भाया, सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार भी मरहूम मोहम्मद रमज़ान के परिवार से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक मृतक को न तो न्याय मिला और न ही उसके परिवार को मुआवजा।

सरकार पता नहीं क्यों इस मामले में ढील बरत रही है जबकि सरकार को चाहिए कि वो इस घटना की निष्पक्ष जांच कराए और दोषियों पर तुरन्त कड़ी कार्यवाही करे।