उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के जिलाधिकारी (डीएम) भवानी सिंह ने दलितों के महंगे कपडे,महंगे जूते ओर महँगी गाड़ी ख़रीदने के ऊपर टिप्पणी की थी जिसके नतीजे में दलितो में उनके प्रति गुस्सा फूट पड़ा !
सूट-बूट पर कमेंट करने वाले डीएम को सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल किया जा रहा है. देश-विदेश से दलित अपनी महँगे जूते,महंगी घड़ी और सूट-बूट पहने अपनी तस्वीरें #shoesfortheDM के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं. साथ ही यूजर्स डीएम को जवाब देते हुए लिख रहे हैं कि अब सोच बदलने की जरूरत है.
बता दें कि मुख्यमंत्री के आदेश पर जांच करने पहुचे जिलाधिकारी बीएसपी नेताओं को देख कर पिछले दिनों डीएम भवानी सिंह आग बबूला हो गए थे .
दर असल जिलाधिकारी एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय में दलित बच्चों के साथ हो रहे भेदभाव की जाँच कर ने यहाँ पहुँचे थे यहाँ इसी मामले में बसपा के नेता भी पहुँचे थे जिन्हें देखकर भवानी सिंह भड़क उठे!
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बैठक छोड़ कर उन्हें आना पड़ा है. लेकिन आप जैसे नेता यहां राजनीति कर रहे हैं. डीएम ने कहा 25 लाख की गाड़ी, 20 हज़ार की घड़ी और 10 हज़ार के जूते पहन कर राजनीति न करें.
वहां मौजूद बीएसपी के ज़ोनल कोऑर्डिनेटर ने इसका विरोध किया. आरोप प्रत्यारोप का ये वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया.
डीएम भवानी सिंह के इस बयान के बाद दलित समाज के लोगों ने उनके ख़िलाफ़ मुहिम छेड़ दी है. लोग अपने महंगे जूतों के फ़ोटो डीएम के लिए पोस्ट कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो जूते ख़रीद कर डीएम साहेब को कोरियर भी कर दिए है. ट्विटर, फ़ेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम तक डीएम ट्रोल हो चुके हैं.
ट्विटर पर अम्बेडकरिज़्म ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया “डियर DM ! मेरे पीछे जो होटल आप देख रहे हैं उसमें एक रात ठहरने का ख़र्च पूरी साल आपके द्वारा पहने जाने वाले जूतों की क़ीमत से कई ज़्यादा है!
बाबा साहेब ने कहा है कि हम सूट पहनें, शिक्षा हासिल करें और अपने अधिकारों के लिए लड़ें और अपने देश और अपने लोगों का विकास करें।”
सोशल मीडिया पर TROLL होने के बाद DM ने लिखित में माफ़ी माँगी है उन्होंने पूरी घटना की भी चर्चा की है DM ने कहा है कि मैंने जिन लोगों से कहा मुझे उनकी जाति पता नहीं थी और न ही यह पता था कि वह किस दल से है!
DM ने जो लिखित माफ़ी माँगी है वह सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है