ईमानदारी हजार मनको में अलग चमकने वाला मोती है,पेश की ईमानदारी की मिसाल!

आज अगर मोबाइल स्विच ऑफ भी हो जाए तो लोग बेचैन हो जाते हैं, और अगर किसी का मोबाइल फोन गुम हो जाए तो ऐसा लगता है बहुत बड़ा नुकसान हो गया है। आजकल बहुत कुछ जरूरी और निजी जानकारी मोबाइल में होती हैं जिनके जाने से बहुत बड़ा मानसिक और आर्थिक नुकसान हो सकता है।

जमाअत ए इस्लामी हिन्द राजस्थान के प्रदेश कार्यालय जयपुर में कार्यालय सहायक के पद पर कार्य करने वाले राहत अली ने ईमानदारी की मिसाल पेश की। आज सुबह जब कार्यालय के काम से राहत अली बैंक जा रहे थे उन्हें रास्ते में एमआई कम्पनी का स्मार्टफोन पड़ा हुआ मिला।  क़ीमती मोबाइल फोन देखकर भी राहत अली का ईमान बिल्कुल नहीं डगमगाया और उन्होंने तुरन्त मोबाइल फोन को लाकर जमाअत के प्रदेश कार्यालय में बैठे हुए प्रदेश पदाधिकारियों को सौंप दिया।

जमाअत ए इस्लामी हिन्द राजस्थान के प्रदेश मीडिया सचिव डॉ. मोहम्मद इक़बाल सिद्दीक़ी ने मोबाइल पर आ रहे गुरविंदर से फोन पर बात कर उन्हें जमाअत के प्रदेश कार्यालय का पता बताया और मोबाइल ले जाने को कहा।

मोबाइल के मालिक फरमान कुरैशी ने गुरविंदर के फोन से अपने फोन पर कॉल किया था। थोड़ी देर में फरमान कुरैशी ने मीरजी कॉलोनी स्थित कार्यालय में आकर अपना फोन ले लिया। फोन पाकर फरमान कुरैशी का मुरझाया चेहरा खिल उठा और उन्होंने राहत अली को गले लगाकर शुक्रिया अदा किया। फरमान का कहना था कि इंसानियत और ईमानदारी आज भी जिंदा है। गुरविंदर ने अपने फोन से कॉल लगाकर खोया हुआ मोबाइल ढूंढने में इंसानियत के नाते उनकी मदद की वंही मोबाइल को लौटाकर राहत अली ने ईमानदारी की मिसाल पेश की।

4 thoughts on “ईमानदारी हजार मनको में अलग चमकने वाला मोती है,पेश की ईमानदारी की मिसाल!

  1. ईमानदारी इंसान उस समय तक नहीं कर सकता जब तक व्यक्ति के हृदय में ईश्वर पर अटूट विश्वास न हो कि वह उसके हर कर्म को देखने व उसका बदला देने वाला है।
    श्री राहत अली जी ने अपने इस विश्वास को साबित कर न केवल मानवता के लिए मिसाल प्रस्तुत की है बल्कि ईश्वर की दृष्टि में स्वयं को ऊंचे स्थान पर पहुंचाया है।
    ईश्वर उनको उचित बदला दे।

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