शुरू होने से पहले ही मोदी सरकार ने ‘जिओ इंस्टीट्यूट’ को माना उत्कृष्ट,सरकार देगी 1 हजार करोड़

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने रिलायंस फाउंडेशन का ‘जियो इंस्टीट्यूट’ जो अभी चालू भी नहीं हुआ है उसे 6 उत्कृष्ठ संस्थानों Institute of Eminence (IoEs) में शामिल कर लिया है.

जियो इंस्टीट्यूट शुरू होने से पहले ही  IIT दिल्ली, IIT बॉम्बे, IIsc बेंगलुरु जैसे संस्थानों की कैटेगरी में शामिल हो गया है. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने देश के 6 उत्कृष्ठ संस्थानों Institute of Eminence (IoEs) का ऐलान किया है. इसमें निम्नलिखित संस्थानों को शामिल किया गया है

IIT दिल्ली
IIT बंबई
IIsc बेंगलुरु
मनिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन
BITS पिलानी
जियो इंस्टीट्यूट

‘जियो इंस्टीट्यूट’ में अभी पढ़ाई नहीं होती और अगले तीन साल में यहां पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने IoEs में कुल 6 इंस्टीट्यूट को शामिल किया है, जिनमें 3 सरकारी और 3 प्राइवेट हैं. पहले इस योजना में 20 इंस्टीट्यूट को शामिल करने का प्रस्ताव था जिसमें 10 सरकारी और 10 प्राइवेट संस्थानों को शामिल किया जाना था।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय देशभर के इंस्टीट्यूट की रैंकिंग NIRF कराता है. साल 2018 की रैंकिंग में IIsc बेंगलुरु पहले, IIT बॉम्बे तीसरे और IIT दिल्ली चौथे स्थान पर था. वहीं मणिपाल 18वें और BITS 26वें स्थान पर था. ‘जियो इंस्टीट्यूट’ तो NIRF-2018 का हिस्सा भी नहीं था फिर भी इसको उत्कृष्ट संस्थान की श्रेणी में शामिल किया गया है.

जिन संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया गया है, उन्हें अगले 5 साल के दौरान 1000 करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान मिलेगा.

जिओ इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान की श्रेणी में शामिल करने के सरकार के फैसले की चौतरफा आलोचना हो रही है।

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