ज़ी न्यूज़ ने मेडिकल टीम पर हमले की झूठी ख़बर फैलाई, पुलिस बोली,” झूठ मत फैलाओ”!


जब से दिल्ली निज़ामुद्दीन मरकज़ का मामला सामने आया है तब से कुछ मीडिया हाउस कोरोना की खबरों के बहाने एक समुदाय विशेष को निशाना बनाते हुए बिना तथ्यों के कुछ भी लिख रहे हैं।

मीडिया में तब्लीगी जमात के सदस्यों द्वारा डॉक्टर और प्रशासन पर थूकने को लेकर भी काफी खबरें मीडिया में आई और एक वीडियो भी शेयर किया गया, बाद में जांच में सामने आया कि वो ख़बर सही नहीं थी और वो वीडियो भी पुराना निकला।


इसी तरह का 6 अप्रैल को ज़ी न्यूज़ के उत्तर प्रदेश उत्तराखंड ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट से एक न्यूज का लिंक शेयर किया गया जिसमें लिखा गया कि, ” फिरोजाबाद में 4 तबलीगी जमाती पॉजिटिव, इन्हें लेने पहुँची मेडिकल टीम पर हुआ पथराव”



इस ट्वीट का जवाब देते हुए फिरोजाबाद पुलिस ने अपने ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट से लिखा कि, “आपके द्वारा असत्य एवं भ्रामक खबर फैलायी जा रही है जबकि जनपद फिरोजाबाद में न तो किसी मैडीकल टीम एवं न ही एम्बूलेंस गाडी पर किसी तरह का पथराव नहीं किया गया है । आप अपने द्वारा किये गये ट्विट को तत्काल डिलीट करें ।”



फिरोजाबाद पुलिस के इस ट्वीट के बाद ज़ी न्यूज़ ने भले ही इस ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन बहुत सारे लोगों ने इस ट्वीट के स्क्रीन शॉट को शेयर करते हुए लिखा कि ज़ी न्यूज़ फेक न्यूज़ को फैला रहा है।


कुछ लोग ऐसी खबरों को सही मानकर उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर शेयर भी कर रहे हैं।

इससे समाज में कटुता बढ़ रही है और एक धर्म के ख़िलाफ़ एक नफ़रत का माहौल भी बन गया है।

इस तरह की भ्रामक और समाज में कटुता फैलाना वाली खबरों की वजह से ही भरतपुर में एक नवजात शिशु की जान भी चली गई।

पाठकों और दर्शकों को ऐसे मीडिया हाउस से सावधान रहने की जरूरत है। बहुत सोच समझकर ही ऐसी किसी  ख़बर को शेयर कीजिए वो फेक न्यूज़ भी हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *