राजस्थान विश्वविद्यालय में 14 साल बाद शिक्षक संघ (रूटा) के लिए मतदान कल


राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक बार फिर चुनावी माहौल है और इस बार की चुनावी गहमागहमी में छात्रों से ज्यादा शिक्षकों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। जी हां, आरयू में लगभग 14 साल बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (रूटा) के चुनाव करवाए जा रहे हैं।

रूटा के लिए मतदान कल यानि 4 दिसंबर को होगा जिसके लिए कॉमर्स कॉलेज में सभी 518 मतदाता (शिक्षक) अपना वोट डालेंगे। रूटा के लिए आरयू में कार्यरत सभी प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर्स वोट डालने के लिए सक्षम हैं जिनकी फाइनल लिस्ट आरयू की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है।

वोटिंग सुबह 11 बजे से 2 बजे तक होगी जिसके बाद उसी दिन मतगणना कर शाम तक परिणाम जारी कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि रूटा में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव के एक—एक पद और संयुक्त सचिव के दो पद होते हैं। इसके अलावा 10 कार्यकारिणी सदस्य भी चुने जाते हैं।

2004 में लगी रोक फिर 14 साल कोर्ट में अटका रहा मसला

2004 में वसुंधरा सरकार ने छात्रसंघ चुनावों पर रोक के साथ सभी कर्मचारी संगठनों के चुनावों पर रोक लगा दी थी. हालांकि 2010 में छात्रसंघ चुनाव तो लिंगदोह कमेटी की गाइडलाइन के मुताबिक होने लग गए लेकिन रूटा के चुनाव कोर्ट में अटके रहे। अब कुछ महीनों पहले जब हाईकोर्ट ने इन चुनावों से रोक हटाई है।

चुनावों को लेकर प्रत्याशियों की आखिरी सूची जारी कर दी गई है जिसके बाद शिक्षकों ने प्रचार-प्रसार तेज कर दिया।

इन प्रत्याशियों के बीच है मुकाबला

अध्यक्ष –  गजेंद्र पाल सिंह, जयंत सिंह, परेश व्यास और राहुल चौधरी

उपाध्यक्ष –  अभिषेक चायल, अनूप सिंह मीणा, बिंदु जैन, पल्लवी कौशिक

महासचिव –  जितेंद्र कुमार, मनीष सिनसिनवार, संजय कुमार, शंकर लाल मीणा और सतपाल सिंह

संयुक्त सचिव –  अनिता मीना, अनुभव शाह, लक्ष्मी परेवा, लोकेश्वरी, मुकेश कुमार, प्रीति शर्मा, राहुल राजोरिया और राजेंद्र प्रसाद।

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