कार्यक्रम की शुरूआती भाषण के लिए जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बुलाया गया तो उन्होंने सबसे पहले खड़े होकर यह कहा कि, मैं बोल कर तुरंत निकलूंगा क्योंकि मुझे दिल्ली रवाना होना है।

राजनीति

कायम है रिश्तों में अभी भी कुछ तल्ख़ियाँ….पायलट के भाषण से पहले ही चले गए अशोक गहलोत !

By अवधेश पारीक

November 30, 2019

अक्सर आपने देखा होगा कि किसी सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए जनता का सड़कों पर उतरना आम बात हो गई है लेकिन जब किसी सत्तारूढ़ दल के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो तो सुर्खियां बनती है। बीते शुक्रवार राजस्थान में कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरा प्रदेश कांग्रेस कुनबा सड़कों पर उतरा।

अब सुर्खियां इस विरोध प्रदर्शन की ही बननी थी लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान कुछ और ही लोगों की जुबां पर रहा। जी हां, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के रिश्तों की, जहां एक बार फिर दोनों के बीच चल रही तल्खियां खुलकर सामने दिखी।

गौरतलब है कि कल विरोध प्रदर्शन से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे जहां उन्होंने कहा, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी क्योंकि प्रदेश का बच्चा-बच्चा यह चाहता था कि इस बार अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने, जिसके बाद गहलोत जब कार्यक्रम में शामिल हुए तो हर कितने ही चेहरों पर तल्खियां साफ देखी जा सकती थी।

हालात कार्यक्रम की शुरूआत में यह घोषणा कर दी गई थी कि यह कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी की ओर से है जिसकी अध्यक्षता सचिन पायलट करेंगे। कार्यक्रम की शुरूआती भाषण के लिए जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बुलाया गया तो उन्होंने सबसे पहले खड़े होकर यह कहा कि, मैं बोल कर तुरंत निकलूंगा क्योंकि मुझे दिल्ली रवाना होना है।

इसके बाद जब सचिन पायलट बोलने आए तो अशोक गहलोत सभा छोड़कर अपने घर की तरफ निकल गए।

इसके दूसरी तरफ अगर हम कार्यक्रम की बात करें तो वहां गहलोत और पायलट के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद रहे। कांग्रेसी नेताओं ने आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने से लेकर कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा।