मुग़लकाल में किस तरह मनाई जाती थी आज की होली, ईद-ए-गुलाबी

मुग़लकाल में होली को ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी भी कहा जाता था। मुग़लिया हुकूमत में होली का…

होली गीत- हर रोज़ कहां ये आते हैं, लम्हात सुहाने होली के!

होली-गीत-शहनाई गूंजती हे ,,,,,,,,,, शहनाई गूंजती हे ,मिर्द़ंग भी बज रहा हे। अलगोजिये की लय पे,हर…

दो धर्मों की नफ़रत के बीच पनपने वाले सद्भाव से लोगों को परेशानी क्यों है!

सर्फ एक्सल के विज्ञापन के बाद से सोशल मीडिया पर जो गंद फैली है, उसकी जड़…