राजस्थान के 78 प्रतिशत लोगों ने कोई काम पूरा करवाने के लिए रिश्वत देने की बात मानी। इनमें से 22 प्रतिशत ने कई बार (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) रिश्वत दी

राजनीति

सर्वे : राजस्थान बना सबसे भ्रष्टाचारी प्रदेश, 78% लोग देते हैं सरकारी बाबूओं को घूस !

By अवधेश पारीक

November 30, 2019

आपके गौरवशाली प्रदेश राजस्थान ने पहला स्थान हासिल किया है, पता है किसमें, भ्रष्टाचार में, जी हां, लोकल सर्कल्स और ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया द्वारा हाल में किया गया सर्वे बताता है कि राजस्थान पूरे भारत में भ्रष्टाचार में सबसे ऊपर है।

सर्वे के मुताबिक, राजस्थान के 78 प्रतिशत लोगों ने कोई काम पूरा करवाने के लिए रिश्वत देने की बात मानी। इनमें से 22 प्रतिशत ने कई बार (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) रिश्वत दी, जबकि 56 प्रतिशत ने एक या दो बार (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी। वहीं लगभग 22 प्रतिशत का कहना था कि उन्हें रिश्वत देने की जरूरत ही नहीं पड़ी।

राजस्थान के बाद दूसरे नंबर पर बिहार है जहाँ 75% नागरिकों ने अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देना स्वीकार किया। इसमें से 50 प्रतिशत ने कई बार (प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से) रिश्वत देने की बात कही, जबकि 25% ने एक या दो बार (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) दी।

बिहार में, 47% ने जमीन से जुड़े काम करवाने के लिए और अन्य भूमि मुद्दों के लिए रिश्वत दी, जबकि 6 प्रतिशत ने नगर निगम वालों को रिश्वत दी। 29% लोगों ने सर्वे के अनुसार, बिजली बोर्ड, परिवहन कार्यालय, टैक्स अधिकारियों को तो पुलिस वालों को 18% लोगों ने रिश्वत दी।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है जहाँ 74% नागरिकों ने अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देने की बात स्वीकार की। लगभग 57% लोगों ने कई बार (प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से) रिश्वत दी, जबकि 17 प्रतिशत ने एक या दो बार (प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से) देन की बात मानी।

इसके साथ ही केरल सबसे कम भ्रष्ट राज्यों में से एक है जहां केवल 10 प्रतिशत लोगों ने अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देने की बात स्वीकार की। केरल के अलावा गुजरात, गोवा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, हरियाणा और दिल्ली सबसे कम भ्रष्ट राज्यों में से है।

नोट : सर्वे के बारे में विस्तृत जानकारी और आंकड़े आप इस लिंक पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

– https://www.localcircles.com/a/press/page/india-corruption-survey-2019#.XeIno5MzbIU