नफरत का माहौल इतना गर्म है की अब वो सब के हिस्से में आ रही है ! कल मुंबई में एक छात्र को कैब ड्राइवर इस लिए पुलिस स्टेशन ले गया क्यूंकि वो कैब में बैठ कर नागरिकता संशोधन क़ानून के खिलाफ बात कर रहा था .
ये घटना जयपुर के रहने वाले बाप्पादित्य सरकार के साथ हुई है ! जो मुम्बई में नागरिकता क़ानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन कैब से वापस लौट रहे थे ! इसकी जानकारी कम्युनिस्ट पार्टी की नेता कविता कृष्णन ने ट्विटर पर दी है !
कल रात कवि बाप्पा दित्य सरकार के साथ मुंबई में एक डरवानई घटना हुई, जिसमें एक उबर कैब ड्राइवर और मुंबई पुलिस शामिल थी ,NPR NRC CAA के दौर में देश के भीतर ऐसा डरावना माहौल बना दिया गया है जहाँ हर आदमी को संदेह की नज़र से देखा जा रहा है और पुलिस किसी को भी प्रताड़ित कर सकती है”
इस ट्वीट के साथ उन्होंने बाप्पादित्य सरकार के कुछ सन्देशॉन के स्क्रीन शॉट भी पोस्ट किये जिसमे सरकारकर ने लिखा कि “जैसे ही मैं कैब में बैठा, मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया और हम अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन पर बात कर रहे थे, और शाहीन बाग में जो कल हुआ.
हम कैसे जयपुर के प्रदर्शन को और असरदार बना सकते हैं. बात के 10-30 मिनट बाद, मेरा उबर ड्राइवर रुका और उसने पूछा कि क्या वो एटीएम जा सकता है, मैंने कहा हां. कुछ मिनटों बाद, वो दो पुलिसवालों के साथ आया.’
ड्राइवर से जब बाप्पा ने पुछा कि वो पुलिस को क्यों लाया है तो उसने जवाब दिया ‘तुम देश बर्बाद करोगे और हम देखते रहेंगे? मैं कहीं और ले जा सकता था तुझे, शुक्र मना पुलिस लाया हूं.’
सरकार ने आगे बताया, ‘जो पुलिसवाले वहां मौजूद थे, वो कह रहे थे, “क्या आपको लगता है कि शाहीन बाद में जो प्रदर्शन कर रहे हैं वो बिना पैसों के ऐसा कर रहे हैं? क्या लोग इतने समय के लिए बिना पैसों के बैठ सकते हैं? कौन उन्हें फाइनेंस कर रहा है?” पुलिसवालों ने ऐसा कहा. वो बार-बार मुझसे मेरे पिता की सैलरी पूछ रहे थे. ऐसा लग रहा था कि उन्हें यकीन है कि कोई मुझे फंड कर रहा है. मुझे रात 1:30 बजे स्टेशन से जाने दिया गया.
इस मामले पर जवाब देते हुए उबर इंडिया सपोर्ट ने लिखा, ‘ये चिंता का विषय है. हम प्राथमिकता पर इस मामले को देखेंगे. हमें डायरेक्ट मैसेज के जरिए वो रजिस्टर्ड डिटेल्स भेज दीजिए, जिससे ट्रिप हुई थी. हमारी सेफ्टी टीम का एक सदस्य जल्द से जल्द आपसे बात करेगा.’
बाप्पा जयपुर में चलने वाले एक छात्र संगठन के सदस्य हैं ! उनके साथी ऋतांश आज़ाद ने फेसबुक पर लिखा ”
”कल रात हमारे संगठन AIRSO जयपुर के साथी Bappadittya Sarkar मुंबई में थे जब उनके साथ एक डरावना वाक्या हुआ । उन्होने रात 10.45 पर मुंबई के जुहू में एक कैब बुक की और वो कुर्ला जा रहे थे । रास्ते में वो संगठन के ही दूसरे साथी जय आदित्य से देश भर में शाहीन बाग की तरह सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर बात कर रहे थे । इसके के कुछ समय बाद कैब ड्राईवर ने उनसे कहा कि उन्हें एटीएम पर रुकना है । उन्होने कुछ देर एक जगह गाड़ी रोकी और कुछ देर बाद दो पुलिस वालों के साथ वहाँ आए और तब बप्पा को समझ आया कि वो उन्हें पुलिस स्टेशन ले आया था ।
कैब ड्राईवर ने पुलिस वाले से कहा कि ”सर आप इसे अंदर लो ये देश जलाने की बात कर रहा है , बोल रहा है मैं कम्यूनिस्ट हूँ और हम मुंबई में शाहीन बाग बनाएँगे , मेरे पास रिकॉर्डिंग है । ” पुलिस ने बप्पा से पूछताछ की और बप्पा ने बताया वो जयपुर से आए हैं, पुलिस ने पूछा की ”आपके पास ये ढफली क्यों है । ” बप्पा ने पुलिस को रिकॉर्डिंग चेक करने को कहा और कैब वाले के आरोपों से साफ इंकार किया । कैब वाला उन्हें पुलिस के सामने धमकाता रहा कि ”तुम देश बर्बाद करोगे और हम देखते रहेंगे ? मैं कहीं और ले जा सकता था तुझे शुक्र माना पुलिस स्टेशन लाया हूँ ” ।
इसके बाद बप्पा ने CPIML(Liberation ) के जयपुर सचिव कॉमरेड Rahul Choudhary और बाकी साथियों को मैसेज किया जिनहोने कॉमरेड Kavita Krishnan को ये बताया । Kavita जी ने इसे ट्वीट कर दिया और किसी मुंबई के साथी को वहाँ मदद के लिए जाने को कहा । इस दौरान पुलिस ने ड्राईवर का स्टेटमेंट लेकर उसे भेज दिया और बप्पा से उनकी विचारधारा , निजी जीवन, सोशल मीडिया अकाउंट और वामपंथ के बारे में बेतुके सवाल पूछती रही ।
करीब रात एक बजे एक मुंबई के कॉमरेड के वहाँ पहुँचने पर उन्हे जाने दिया गया । पुलिस ने उन्हे यह भी कहा कि आप ढ़फली और लाल स्कार्फ न लेके घूमा कीजिये ”माहौल खराब है , कुछ भी हो सकता है ”। यह पूरा वाक्या अब बहुत से अखबारों में छापा जा चुका है। ये डरा देने वाली बात है कि मौजूदा सरकार ने वामपंथ को जिस तरीके से बदनाम किया है उससे आम लोगों में ऐसी धारणाओं को जन्म दिया है कि वो हमारे खून के प्यासे हो गए हैं ।
जब खुद प्रधानमंत्री हमें ”टुकड़े टुकड़े गैंग ” , ”अर्बन नक्सल” जैसे शब्दों से नवाज़ते हैं और वामपंथियों के खिलाफ दिन रात सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी मैसेज चलाये जाते हैं तो लोगों के मन में हमारे लिए ये ज़हर होना लज़्मी है । लेकिन सच्चाई इसके ठीक उलट है, देश की आज़ादी के आंदोलन में और देश को बनाने में वामपंथ का बड़ा योगदान रहा है, इसे कोई नकार नहीं सकता ।
आज हमारा देश हिटलर के नाज़ी जर्मनी जैसा बनता जा रहा है जहां कम्युनिस्टों को इसी तरह चिन्हित करके निशाना बनाया जाता था । यह भयानक हालता हैं और यह बताता है कि हमें आज चेत जाना ज़रूरी है वरना फासीवादी ज़हर हमें पूरी तरह बर्बाद कर देगा । इस ऊबर ड्राईवर कि भी पहचान हो गयी है और हम उनपर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हैं । ‘” – AIRSO