भरतपुर के जनाना अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची एक महिला प्रसूता को डॉक्टरों ने इसलिए घुसने से मना कर दिया क्योंकि “वह मुस्लिम थी”।

जनमानस विशेष

भरतपुर : मुस्लिम गर्भवती महिला की डिलीवरी करने से डॉक्टर ने मना किया, बच्चे की हुई मौत !

By khan iqbal

April 04, 2020

दुनिया में इस समय सिर्फ कोरोना वायरस की चर्चा हो रही है, हर देश और राज्य की सरकारें इस वायरस से अपने ताम-झाम के साथ लड़ रही है, इसी तरह राजस्थान के सेनापति अशोक गहलोत भी अपनी सरकारी सेना के साथ इस वायरस से आंख मिला रहे हैं….लेकिन इसी सरकार के कुछ मुलाजिम एक अलग तरह के खतरनाक वायरस से इन दिनों परेशान है !

जी हां, प्रदेश में धर्मनिरपेक्षता का झंडा लेकर चलने वाली गहलोत सरकार में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को शर्मसार किया है. दरअसल, भरतपुर के जनाना अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची एक महिला प्रसूता को डॉक्टरों ने इसलिए घुसने से मना कर दिया क्योंकि “वह मुस्लिम थी”। अब इस आखिर लाइन को बार-बार पढ़कर आप अपने वोट को लानतें भेज सकते हैं।

क्या है मामला ?

भरतपुर जिले के गांव बेलानगर के रहने वाले इरफान अपनी गर्भवती पत्नी परवीना को लेकर सीकरी अस्पताल गए जहां से उन्हें भरतपुर जनाना अस्पताल जाने का कहा गया।

आगे परवीना के पति इरफान घटनाक्रम बताते हुए आरोप लगाते हैं कि

 “मेरी पत्नी परवीना को पहले सीकरी से यहां भरतपुर रेफर किया गया. फिर यहां आते ही हमें जयपुर जाने के लिए कह दिया गया. डॉक्टरों ने हमे दरवाजे पर कहा कि “हम मुस्लिम हैं”, इसलिए उनका इलाज नहीं कर सकते। जिसके बाद जयपुर जाते हुए रास्ते में ही उनकी बीवी की डिलीवरी हुई और बच्चे की मौत हो गई।

इरफान आगे जोड़ते हैं कि, आज मेरे बच्चे की मौत हो गई है इसके लिए अस्पताल प्रशासन ज़िम्मेदार है।

वहीं अस्पताल प्रशासन का इस मामले पर कहना है कि, “जब महिला यहां पहुंची तो वह गंभीर थी, इसलिए उन्हें जयपुर भेजा गया, इसके बाद भी अगर कोई लापरवाही हुई है तो जांच की जाएगी.”।

कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने अपनी सरकार को घेरा

राजस्थान के पर्यटन व देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने इस घटना को बताते हुए अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें वो कहते हैं कि, मैं लॉकडाउन के दौरान कामां समेत कई जगहों के दौरे पर हूं। इसी दौरान मुझे सूचना मिली है कि एक प्रसूता के मुस्लिम होने पर अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। यह मामला गंभीर है। इसमें कार्रवाई होनी चाहिए।

मंत्री इसी वीडियो में जनाना अस्पताल भरतपुर में डॉ. मोनित वालिया पर सीधे आरोप लगाते हैं और चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग को आड़े हाथों लेते हुए कहते हैं कि राज्य मंत्री गर्ग भरतपुर शहर से ही विधायक हैं, उनको इसका संज्ञान लेना चाहिए।

वहीं घटना की खबर मिलते ही जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे और जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया।