राजस्थान में शमशेर भालू खान 1 नवम्बर से दांडी सद्भावना यात्रा पर निकले हुए हैं, लेकिन सरकार ने अब तक उनकी कोई मांग नहीं मानी है. इसको लेकर राजस्थान के अल्पसंख्यक समुदाय में सरकार को लेकर नाराजगी है. शमशेर भालू खान की दांडी सद्भावना यात्रा की मांगों के समर्थन में पूरे राजस्थान में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
राजस्थान के अल्पसंख्यकों की नाराजगी को देखते हुए वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान ने लिखा है कि सरकार द्वारा किसी भी समय अल्पसंख्यकों की सभी मांगों को मानने की घोषणा कर दी जाएगी.
राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ खानू खान बुदवाली ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि,
प्रदेशभर के अल्पसंख्यकों की आवाज को हमने मजबूती से आदरणीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के सामने रखा है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने उर्दू विषय की सभी मांगो को प्राथमिकता से शीघ्र घोषणा करने के लिए आश्वस्त किया है।
अल्पसंख्यक समाज की मांगो के शीघ्र समाधान के लिए मुख्यमंत्री जी तत्पर है। किसी भी समय हमारी सभी मांगो की घोषणा कर दी जाएगी।
प्रदेशभर के अल्पसंख्यकों की आवाज को हमने मजबूती से आदरणीय मुख्यमंत्री श्री @ashokgehlot51 जी के सामने रखा है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने उर्दू विषय की सभी मांगो को प्राथमिकता से शीघ्र घोषणा करने के लिए आश्वस्त किया है। pic.twitter.com/gubIPlS2Je
— Dr Khanu Khan Budwali (@DrKhanukhaninc) November 20, 2020