जनमानस विशेष

जयपुर नगर निगम चुनाव का मतदाता कर रहे बहिष्कार, मोहल्ले में लगाए बहिष्कार के बैनर !

By admin

October 18, 2020

राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के विकास के बड़े बड़े दावों की हकीकत राजधानी जयपुर में ही सामने आ गई है. जयपुर नगर निगम में कुछ वार्ड आज भी ऐसे है जहां मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है. वार्डवासी नेताओं के झूठे वादों और आश्वासन से इतने नाराज़ हैं कि इस बार उन्होंने सर्वसम्मति से नगर निगम चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

मामला जयपुर नगर निगम के वार्ड नं 123 का है जहां मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी, सीवर लाइन आदि का भी अभाव है, इसलिए इस बार मजबूर होकर वार्डवासी नगर निगम चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.

मोहल्ले में लगाए गए बैनर

वार्ड नंबर 123 आगरा रोड़ पर लक्ष्मी भट्टा के पीछे विजयनगर अ को कहते है, यह जयपुर की बगरू विधानसभा में पड़ता है जहां से कांग्रेस की गंगादेवी विधायक हैं. वार्डवासी कई बार विधायक से मिलकर भी अपनी समस्याएं बता चुके हैं. वार्डवासी जनसुनवाई में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी अपनी समस्याएं बता चुके हैं. लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

मोहल्ले की कच्ची सड़क जो बारिश में बन्द हो जाती है

मोहल्ला समिति के अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान ने जनमानस को बताया कि मुख्यमंत्री से लेकर विधायक तक सबको हम वार्ड की समस्याएं बता चुके हैं लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है किसी ने कोई काम नहीं करवाया. इससे पहले जो पार्षद रहे उन्होंने भी मोहल्ले में कोई काम नहीं करवाए. हमारी सिर्फ 4 मांगें हैं

1. मोहल्ले में सड़क का निर्माण

2. सीवर लाइन

3. पेयजल सुविधा

4. रोड़ लाइट ( पॉल लाइट)

रिजवान आगे कहते हैं कि इस बार जो कोई भी पार्षद प्रत्याशी हमारी इन समस्याओं के समाधान का लिखित में वादा करेगा पूरा वार्ड उसी का समर्थन करेगा नहीं तो हम इस बार चुनावों का बहिष्कार करेंगे.

मोहल्ले के हनुमान शर्मा कहते हैं कि वार्ड में कच्ची सड़कें हैं और  बारिश के दिनों में पूरे मोहल्ले में कीचड़ हो जाता है. मोहल्ले में ना सड़क बनी है और ना ही नालियां, पीने के पानी के लिए भी 300 रूपए में पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते हैं क्योंकी अब तक यहां पानी की पाइप लाइन नहीं आई है. वार्ड पार्षद और क्षेत्रीय विधायक ने चुनाव जीतने के बाद मोहल्ले में आकर भी नहीं देखा इसलिए इस बार हमने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है ताकि हमारी इन समस्याओं पर सुनवाई हो सके.