जयपुर: हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में मनाई गई गाँधी जयंती!


जयपुर, 02 अक्टूबर

हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के खासा कोठी स्थित शैक्षणिक परिसर में महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आज के युग में गाँधीजी के विचार और उनका जीवन दर्शन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लिए प्रासंगिक हो गया है।

आज़ादी के आंदोलन के व्यापक परिप्रेक्ष्य पर रोशनी डालते हुए डॉ. आलोक ने कहा कि राष्ट्र निर्माण का जो सपना गाँधीजी ने देखा था, उसमें हिंसा, असत्य और ग़ैर बराबरी की कोई जगह नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि गाँधीजी महज़ विचारक और राजनेता ही नहीं थे, बल्कि सभ्यता के समीक्षक भी थे।

इस अवसर पर राजस्थान स्किल्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित पंवार ने कहा कि महात्मा गाँधीजी एक व्यक्ति नहीं, विचारधारा हैं और उनके हत्यारों ने सोचा था कि उनके शरीर की हत्या करके वे गाँधीजी की सोच को ख़त्म कर देंगे, लेकिन आज आज़ादी के इतने सालों बाद गाँधीजी युवाओं के लिए मार्गदर्शक बनकर उभर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से गाँधीजी के बारे में जो असत्य फैलाया जा रहा है वो गाँधीजी से नफ़रत करने वाले लोगों की करतूत है।

इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता प्रोफ़ेसर मोहम्मद हसन ने कहा कि गाँधीजी आज होते तो देश के हालात से दुःखी होते और कश्मीर में जो कुछ हो रहा है उससे अपना विरोध दर्ज़ कराते।

हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री ओम थानवी ने कहा कि महात्मा गाँधी के सपनों का भारत बनना अभी भी बाकी है। उन्होंने भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि गाँधी के देश में यह शर्मनाक है और इससे किसी भी देश की आत्मा की हत्या होती है।

इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए शैक्षणिक परिसर के निदेशक प्रोफ़ेसर राजन महान ने कहा कि आज हमें गाँधी की ज़रूरत पहले से कहीं ज़्यादा है और गाँधी को सिर्फ़ प्रतीकों तक समेटने की जो कोशिश की जा रही है, वह ग़लत है। आज हमें उस विचारधारा से लड़ना होगा जो गाँधीजी के हत्यारे का महिमामंडन कर रही है।

कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ पत्रकार और बुद्धिजीवी भी शामिल हुए। साथ ही, स्किल्ड विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी और हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के अधिकारी, विद्यार्थी और शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती शालिनी जोशी ने किया और संचालन डॉ. अनिल मिश्र ने किया।

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