पूर्वी राजस्थान के कश्मीर ‘अलवर’ की अपराध का गढ़ बनने की पूरी कहानी


पूर्वी राजस्थान का कश्मीर और राजस्थान का सिंह द्वार कहे जाने वाला अलवर अरावली की सौम्य पर पर्वतमालाओं के बीच बसा है जिसका आकर्षण देखने के लिए यहां पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। राजधानी जयपुर से करीब 148 किलोमीटर और दिल्ली से करीब 160 किलोमीटर बसे अलवर का राजस्थान के मेवात अंचल में एक अलग महत्व रहा है।

लेकिन पिछले 1-2 सालों से अलवर ने आपराधिक गतिविधियों के चलते देशभर से खूब नकारात्मक सुर्खियां बटोरी है। लूट और जेब काटने की वारदातों के बाद अब अलवर से मॉब लिंचिंग, गैंगरेप, लूट, हत्या जैसी घटनाएं हर दूसरे दिन सामने आती हैं।

सरकारें आई और चली गई लेकिन अपराध पर लगाम लगाने की हर पहल और दावों की हवा निकलती रही, हालात ऐसे हो गए कि वर्तमान में आप गूगल पर अलवर लिखेंगे तो अपराध, हिंसा की खबरों से पहना पन्ना तुरंत भर जाएगा।

जिले का मेवात इलाका अपराधियों का अड्डा बनने के साथ सीमावर्ती इलाका हरियाणा होने के कारण इस तरह की गतिविधियों ने जल्दी आग पकड़ी है।

– बलात्कार की घटनाओं को लेकर अलवर राज्य में पहले स्थान पर

महिला अपराधों को लेकर अलवर हमेशा से ही चर्चा में रहा है। आज हालात यह हैं कि महिलाओं-बेटियों से दुष्कर्म के मामलों मे अलवर प्रदेश में पहले स्थान पर है। अलवर का यह अव्वल दर्जा पिछले कुछ सालों से पूरे प्रदेश को शर्मसार कर रहा है।

अगर हम 2019 की बात करें तो बीते करीब 9 महीनों में जिले से बलात्कार के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से अधिकांश अभी लंबित पड़े हैं।

राजस्थान में लोकसभा चुनावों के समय जिले के थानागाजी गैंगरेप की घटना ने पूरे देश-दुनिया को हिला कर रख दिया था। थानागाजी इलाके में एक महिला का उसके पति के सामने 5 लोगों ने 3 घंटे तक बलात्कार और उसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया। घटना के सामने आने के बाद राजस्थान पुलिस की सबसे ज्यादा फजीहत तब हुई जब चुनावों को देखते हुए महिला की एफआईआर दर्ज नहीं की गई।

हालांकि सरकार के बैकफुट पर आने के बाद पुलिस ने गैंगरेप में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ा। इसके बाद थानागाजी थाने के एसओ को सस्पेंड और अलवर के एसपी का ट्रांसफर भी किया गया।

वहीं अलवर के बड़ौदामेव में बीती 16 जुलाई को एक 14 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला भी उजागर हुआ। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

– मॉब लिचिंग का गढ़ अलवर

साल 2017, महीना अप्रैल का, इसी समय अलवर मॉब लिचिंग को लेकर पहली बार चर्चा में जब आया जब हरियाणा के नूंह मेवात ज़िले के रहने वाले पहलू ख़ान को एक भीड़ ने गो-तस्करी के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पहलू जयपुर से दो गाय खरीद कर अपने घर जा रहे थे। 2 साल तक पहलू के घरवाले न्याय के लिए लड़ते रहे जिस पर हाल में अलवर सेशन कोर्ट ने फैसला सुनाया जिसमें मामले में सभी आरोपियों को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया।

इसके बाद गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने का सिलसिला शुरू हो गया। पहलू खान के बाद उमर और फिर कथित गौरक्षकों के हाथों आधी रात को दो गायों के साथ पैदल हरियाणा जा रहे रकबर को भीड़ ने पीटा जिसकी अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। बाद में इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा इस मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी कई सवाल उठे। वहीं अलवर के भिवाड़ी से ही हरीश जाटव नामक व्यक्ति से मारपीट के दौरान मौत का मामला भी सामने आया।

– दिनदहाड़े लूट और गोलीकांड और बच्चा चोरी के मामलों में पिटाई

अलवर में मॉब लिचिंग और बलात्कार की घटनाओं के इतर लूट के भी कई मामले देखे गए हैं। जिले के मीणा पाड़ी इलाके से बीती 22 जुलाई को सास-बहू को बंधक बनाकर ज्वैलरी और 40 हजार रुपए की लूट का मामला सामने आया। वहीं बहरोड़ से बसपा प्रत्याशी रहे जसराम गुर्जर की बदमाशों ने उनके गांव जैनपुरवास में 7 गोली मारकर हत्या कर दी। इसके अलावा जिले के गांव बेलाका में एक युवक डब्ल्यू भांड को बच्चा चोर समझकर भीड़ ने पीटा घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

– अब पपला गुर्जर फरार तो पहले ईरानी गैंग पकड़ी

कुछ समय पहले अलवर में पुलिस ने वृद्ध महिलाओं का धोखा देकर गहने ठगने वाली एक गैंग का पर्दाफाश किया। पुलिस ने ईरानी गैंग के चार लोगों को धर दबोचा। गहने लूटने वाली ईरानी गैंग के लोग मंदिरों के आसपास अकेली वृद्ध महिलाओं को देखकर उनके हाथों, गले आदि के आभूषणों को देखकर उन्हें चोरी होने का डर दिखाकर छीन लेते थे।

वहीं हाल में ताजा मामला गैंगस्टर पपला गुर्जर का है जिसमें हरियाणा की कुख्यात कुलदीप गैंग के लोगों ने बहरोड़ पुलिस स्टेशन में घुसकर एके47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर लॉकअप से साथी गैंगस्टर ​विक्रम सिंह उर्फ पपला गुर्जर को भगा ले गए।

महेन्द्रगढ़ के खैरोली का रहने वाला पपला गुर्जर कभी राजस्थान में आतंक का पर्याय रहे गैंगस्टर आनंदपाल सिंह जितना खतरनाक माना जाता है। पपला गुर्जर के ऊपर हरियाणा के रेवाड़ी रेंज के कई वारदातों को अंजाम देने के आरोप दर्ज हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *