जो लोग नफ़रत की खेती कर रहे हैं उनका मुकाबला करना है


जमाअत- ए- इस्लामी हिंद ब्यावर, सद्भाव मंच ब्यावर, यूथ फॉर अम्बेडकर ब्यावर, मुस्लिम यूथ फोरम, स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया,ब्यावर तथा गर्ल्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ब्यावर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को मुहम्मद अली मेमोरियल स्कूल, ब्यावर के सभागार में ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि जमाअत- ए- इस्लामी हिंद, राजस्थान के शूरा( मंत्रणा परिषद) मेंबर इंजीनियर मुहम्मद रमज़ान यूसुफ थे।

समारोह के विशिष्ट अतिथि बौद्ध भिक्षु भंते विनयपाल, भंते आनंद कश्यप तथा जमाअत ए इस्लामी हिंद, राजस्थान की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा सुमय्या मरयम थे।

समारोह की शुरुआत तिलावत ए कुरआन पाक से हाफ़िज़ इम्तियाज़ ने की।

इकरा एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष डॉ० जावेद हुसैन ने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों तथा आगंतुकों का स्वागत करते हुए ईद मिलन समारोह के उद्देश्य तथा आज के परिपेक्ष्य में उसके महत्व पर प्रकाश डाला।

राठी हॉस्पिटल,ब्यावर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० अंजना राठी ने धार्मिक तथा सांप्रदायिक सौहार्द पर बात करते हुए कहा कि विविधता में एकता ही हमारे देश की विशेषता है। सभी धर्म इंसानियत सिखाते हैं, इसलिए हमें सभी धर्मो का आदर करना चाहिए। एकता में ही शक्ति व शांति है।

सनातन धर्म महाविद्यालय ब्यावर के प्रोफ़ेसर जलालुद्दीन काठात ने मौलाना मुहम्मद अली जौहर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज देश में नफ़रत और साम्प्रदायिकता का माहौल बनाया जा रहा है और लोगों की बोलने की आजादी पर पाबंदियां लगाई जा रही है। ऐसे माहौल में सभी देश वासियों को बड़ी समझ बूझ से काम लेना है और जो लोग नफ़रत की खेती कर रहे हैं उनका मुकाबला करना है और उन्हें रोकना है।

एकम आसरा ब्यावर के सतपाल सोनी ने ईद का मतलब बताते हुए कहा कि इंसानियत का भला करते हुए लोगों की ज्यादा से ज्यादा दुआएं लेना ही ईद का असली मतलब और मकसद है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को समाज में अपेक्षित योगदान देना चाहिए।

सेना से सेवानिवृत कर्नल सलीम ने कहा कि आज हम सभी के लिए सद्भावना और सौहार्द्र के लिए काम करने का समय आ गया है।

नेहा हॉस्पिटल ब्यावर के डॉ० रविन्द्र छाबड़ा ने कहा कि गुरुग्रंथ साहिब में लिखा है कि सभी मानव एक जाति हैं इसलिए हम सब एक हैं और सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है। हम सभी को सद्भाव कायम रखना है।

सद्भाव मंच ब्यावर की श्रीमती कल्पना भटनागर ने कहा कि हम सभी को देश के संविधान को बचाना है और देश में अमन, प्रेम,भाईचारा कायम करना है।

सद्भाव मंच के राम पंजाबी ने कहा कि शांति,अहिंसा, प्रेम और सद्भाव के प्रतीक महात्मा गांधी जी को मार सकते हैं पर उनके विचारों को नहीं मार सकते। एक बुझा हुआ दीपक किसी दीपक को नहीं जला सकता लेकिन एक जलते हुए दीपक से सैकड़ों दीपक जलाए जा सकते हैं।इसलिए हम सभी को अपने हिस्से का दीपक जलाना होगा।

सद्भाव मंच ब्यावर के संयोजक रमेश यादव ने कहा कि एक समय था जब ब्यावर अति संवेदनशील शहर में गिना जाता था लेकिन आज सांप्रदायिक सद्भाव के लिए काम करने वाले संगठनों की कोशिशों से यह कलंक मिट चुका है और हाल ही में उदयपुर में हुए कौमी एकता के राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में ब्यावर की इस बात के लिए सराहना की गई जिसके लिए ब्यावर की जनता मुबारकबाद की पात्र है।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ब्यावर के भाई लोकपाल ने भी सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

समारोह की विशिष्ट अतिथि सुमय्या मरयम ने रमज़ान के रोजों का महत्व बताते हुए कहा कि रोज़े ईश्वर का तकवा ( ईश – परायणता) हासिल करने का जरिया है। हम सभी को एक दूसरे के धर्म,भावना तथा विचारों का आदर करना चाहिए। एक दूसरे से मिलना- जुलना कायम रखना चाहिए तभी सद्भाव कायम रह सकता है।

बौद्ध भिक्षु भंते विनय पाल ने कहा कि सभी अपने कर्मों से बंधे हैं, हम सभी को एक दूसरे को जानना, समझना और पहचानना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमान वो है जिसका ईमान कायम है।

समारोह के मुख्य अतिथि मुहम्मद रमज़ान यूसुफ ने कहा कि आज देश में डर का माहौल है। कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश में नफ़रत का माहौल पैदा कर रहे हैं। हम सभी को देश में बन रहे नफ़रत और डर के हालात को बदलना है। अगर देश के लोग इसके खिलाफ़ खड़े हो जाएं तो ज़ुल्म व ज्यादती का राज ज़्यादा दिनों तक नहीं टिक सकता। उन्होंने कहा कि जमाअत- ए- इस्लामी हिंद पूरे देश में सांप्रदायिक सद्भाव व सौहार्द्र के लिए काम कर रही है। वो लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व जन सेवा आदि के कार्य कर रही है तथा सभी धर्म व समुदाय के लोगों में बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है। उन्होंने कहा की आज हम सभी को साथ मिलकर हिम्मत व हौसले के साथ इन हालात का मुकाबला करना है।

समारोह में उपस्थित अतिथियों ने दिया एकजुटता का संदेश

समारोह को राजपूताना मुहम्मद अली मेमोरियल सोसाइटी ट्रस्ट के अध्यक्ष पप्पू काठात, गर्ल्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ब्यावर की अध्यक्षा मुस्कान बानो, राजस्थान चीता मेहरात काठात महासभा अध्यक्ष रमेश काठात,उपाध्यक्ष वाजिद खान चीता,बौद्ध भिक्षु भंते आनंद कश्यप, पप्पू पहलवान, प्रेम चंद सांगेला, छगन लाल सिंगारिया, चिरंजी लाल आदि ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम का संचालन स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया,ब्यावर यूनिट के अध्यक्ष महबूब खान ने किया।

समारोह में राजपूताना मुहम्मद अली मेमोरियल ट्रस्ट के सह सचिव मुहम्मद हनीफ शोरगर, सेवानिवृत प्रधानाचार्य गुलाम सरवर, राजस्थान चीता मेहरात काठात महा सभा के कोषाध्यक्ष सरदारा काठात, राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर के रेडियोलॉजी विभाग के प्रभारी डॉ० साबिर हुसैन, मुस्लिम यूथ फोरम, ब्यावर के डॉ० मुहम्मद आसिफ, सेवानिवृत उप जिला शिक्षा अधिकारी जफरू राम भाटी, शूल ब्रेड मेमोरियल चर्च के सुनील लॉयल, दीपक मैथ्यू, डॉ० अरविंद माथुर, यूथ फॉर अम्बेडकर के शशिकांत, विश्वास गुजराती, करणा जी की डांग अध्यक्ष दीन मुहम्मद,राजकीय यूनानी चिकित्सालय ब्यावर के डॉ० जसीम अहमद, मुहम्मद अली मेमोरियल स्कूल के प्रधानाचार्य अनीस अहमद, पूर्व प्रधानाचार्य मुहम्मद खान, गाजी जी की डांग के पूर्व अध्यक्ष इस्माइल काठात, चीता, मेहरात,काठात सेवा संगठन के अध्यक्ष रमजान काठात, सुफ्फा पब्लिक स्कूल के मौलवी आलिम,बशीर खान तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक तथा महिलाएं उपस्थित थे।

अंत में जमाअत ए इस्लामी हिंद जिला अजमेर पाली व राजसमंद के संयोजक मुमताज अली ने सभी मेहमानों तथा आगंतुकों का धन्यवाद प्रेषित किया तथा सभी को खीर खिलाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।


 

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