उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित बेटी के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के बाद पूरे देश में इस घटना के ख़िलाफ़ आक्रोश है.
हाथरस के डी एम जयपुर के रहने वाले हैं. कुछ दलित युवाओं ने उनके घर के सामने कचरा फैला दिया वो इस मामले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार की भूमिका से नाराज़ थे.
प्रवीण कुमार का जयपुर के वैशाली नगर में पुश्तैनी घर है.
कचरा डालने वाले युवा भीम आर्मी के कार्यकर्ता हैं इसकी वीडियो उन्होंने ट्विटर पर भी लगायी.मौक़े पर पहुँची पुलिस ने कचरे को साफ़ करवाया.
जयपुर के वैशाली नगर में हाथरस डीएम के आवास पर भीम आर्मी की टीम ने जाकर, हाथरस की बेटी के परिवार को बंधक बनाने व उनको धमकाने की गलती पर अपना विरोध जाहिर किया। डीएम हाथरस ये जान ले कि वो न्याय देने के लिए कुर्सी पर हैं पीड़ितो को धमकाने के लिए नहीं। https://t.co/H09UORJjoc pic.twitter.com/KeYVJtVc8A
— भीम आर्मी भारत एकता मिशन (@Bhimarmy_BEM) October 2, 2020
हाथरस के पूरे घटनाक्रम में प्रवीण कुमार की भूमिका ना सिर्फ़ संदेहास्पद रही है बल्कि क्रूर और अमानवीय भी रही.
पहले इस पूरे मामले को दबाना और पीड़िता की मौत के बाद परिवार की इच्छा के विपरीत जाकर प्रवीण कुमार ने राज्य सरकार के आदेश पर रात में ही पीड़िता का शव जला दिया जिस पर कई तरह के सवाल भी उठे.
इसके बाद प्रवीण कुमार का एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह पीड़िता के परिवार को धमका हुए दिख रहे हैं कि “हमारी बात मान लो मीडिया आज है कल नहीं होगा”