भारतीय राजनीति में जाति की उपस्थिति न तो कोई आश्चर्यजनक बात है और न ही असत्य बात है भारत की राजनीति में जातिगत राजनीति महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
गुरुवार को डॉक्टर अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वो जाति की वजह से मुख्यमंत्री नहीं हैं ।
I became the chief minister for 3rd time. I couldn't have become the CM on the basis of the caste…I am the only MLA from my caste: Rajasthan CM Ashok Gehlot speaking at the first convocation ceremony of Dr Bhimrao Ambedkar Law University at Birla Auditorium in Jaipur (16.12) pic.twitter.com/7xpNfpDyyw
— ANI (@ANI) December 16, 2021
अशोक गहलोत ने कहा कि “ मैं जिस जाति से आता हूँ उसका सिर्फ़ एक ही विधायक है और वो मैं हूँ मुझे 36 कौमों का प्यार मिला इसलिए मैं आज मुख्यमंत्री हूँ और तीन बार मुख्यमंत्री रह चुका हूँ”