कुछ सालों पहले सरपंच पति की एक नई ही अघोषित पोस्ट बन गई थी, सरपंच महिलाओं के पति बैठकों में बैठ जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।

राजनीति

एकल नारी शक्ति संगठन कार्यक्रम में बोले गहलोत, महिलाओं के लिए अब घूंघट का दौर चला गया !

By अवधेश पारीक

November 05, 2019

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को एकल नारी शक्ति संगठन के 20 साल पूरे होने पर हुए कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान गहलोत ने ‘बहिना दूज’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया और वहां मौजूद महिलाओं को संबोधित किया।  

गहलोत ने इंदिरा गांधी को याद करते हुए बोला कि आज से 20 साल पहले ही मैंने भी पहली बार सीएम की कुर्सी संभाली थी. आज हमारे देश की महिलाएं देश का मान बढ़ा रही है। इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए सीएम बोले कि एक महिला होते हुए इंदिरा जी ने देश को लंबे समय तक चलाया और विदेशों में मान बढ़ाया।

वहीं राजीव गांधी को याद कर गहलोत बोले कि राजीव गांधी ने संविधान में संशोधन कर पंचायतीराज और स्थानीय निकायों में महिलाओं को आगे बढ़ाया। कुछ सालों पहले सरपंच पति की एक नई ही अघोषित पोस्ट बन गई थी, सरपंच महिलाओं के पति बैठकों में बैठ जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।

एक समय था जब महिलाओं की दुनिया सिर्फ घूंघट तक ही सीमित थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा आज किसी महिला को घूंघट में बंद करके नहीं रखा जा सकता है। अब घूंघट का दौर चला गया है।

वहीं महिला अत्याचारों पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार महिलाओं के लिए गंभीर है और महिला अत्याचारों की जल्द सुनवाई करने के लिए अग्रसर है।

वहीं बालविवाह को अभिशाप बताते हुए गहलोत ने आगे कहा कि डायन प्रथा के नाम पर महिलाएं सालों से पीड़ित रही हैं, कोई भी महिला डायन नहीं होती है, महिलाएं तो साक्षात दुर्गा का रूप ही है।

इसके अलावा इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश भी थी जिन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार महिलाओं के लिए प्रतिबद्ध है और एक के बाद एक कल्याणकारी योजनाओं पर जोर है। कार्यक्रम के दौरान सीएम गहलोत ने एकल महिलाओं के संघर्ष पर आधारित किताब ‘बदलाव की मिसाल-एकल महिलाएं’ का अनावरण भी किया।