स्त्री फ़िल्म समीक्षा:महिला के चुड़ैल होने का कंसेप्ट ही समाज पर तमाचा है!

–अवधेश पारीक स्त्री : समाज में महिलाओं के प्रति नज़रिया बदलेगा तो सारे भूत अपने आप…

प्रथम विश्वयुद्ध के भारतीय वीरों की कहानी – सज्जन सिंह रंगरूट पंजाबी फ़िल्म समीक्षा

-तेजस पूनिया बॉलीवुड के अलावा पाकिस्तानी ड्रामा और पंजाबी फिल्मों का मैं मुरीद हूँ। हालाँकि पंजाबी…

संजू फ़िल्म समीक्षा : कुछ तो लोग कहेंगे

-तेजस पूनिया संजू फ़िल्म समीक्षा निर्माता : विनोद चोपड़ा फिल्म्स, राजकुमार हिरानी फिल्म्स, फॉक्स स्टार स्टूडियोज़…

संजय दत्त के रॉकी से संजू बाबा बनने की कहानी: नायक कैसे बना खलनायक

-तेजस पूनिया संजय दत्त के रॉकी से संजू बाबा बनने तक की कहानी के पहले भाग…