धवन बोले कि हम राम का पूरे मन से सम्मान करते हैं, उनका जहां जन्म हुआ उस जगह का भी सम्मान है। भारत में हमेशा से ही राम और अल्लाह का सम्मान हुआ है लेकिन जिस बात को लेकर विवाद है वो राम की जन्मस्थली का है लेकिन वो है कहां ?

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अयोध्या विवाद : मुस्लिम पक्ष के वकील धवन ने कोर्ट में पूछा, “कहां है राम की जन्मस्थली” ?

By khan iqbal

September 24, 2019

सुप्रीम कोर्ट में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर पिछले एक महीने से चल रही सुनवाई का आज 30वां दिन था। हिंदू पक्ष की ओर से निर्मोही अखाड़ा, हिंदू महासभा के वकीलों का पक्ष सामने आने के बाद आज मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने अपनी दलील पेश की।

आज दलील पेश करते हुए धवन ने एक अहम सवाल उठाया जिसके बाद मामले में एक नया मोड़ आता हुआ दिखाई दे रहा है। मुस्लिम पक्ष के वकील धवन ने हिंदू पक्षकारों से पूछा, ‘भगवान राम की जन्मस्थली कहां है’? इसके आगे बोलते धवन बोले कि हम राम का पूरे मन से सम्मान करते हैं, उनका जहां जन्म हुआ उस जगह का भी सम्मान है। भारत में हमेशा से ही राम और अल्लाह का सम्मान हुआ है लेकिन जिस बात को लेकर विवाद है वो राम की जन्मस्थली का है लेकिन वो है कहां ?

मालूम हो कि इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एस.ए.बोबडत्रे, जस्टिस डी.वाई.चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस.अब्दुल नजीर का पैनल सुनवाई कर रहा है।

धवन ने अपनी दलील में यह भी कहा कि हिंदू पक्ष हमेशा से यह दावा करता रहा है कि पूरी विवादित जमीन जन्मस्थान है लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है? जन्म का स्थान तो कुछ निश्चित जगह ही होगा।

दलीलों के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता का कहना था कि 1528 में यहां मस्जिद बनी जिसके बाद 1949 तक लगातार नमाज अता होती रही। इस दौरान वहां अंदर कोई मूर्ति या फोटो नहीं देखी गई। आगे जज ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के दो न्यायाधीशों के फैसलों के अंश का भी हवाला दिया और मुस्लिम पक्ष के कब्जे की बात कही।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट देश के सबसे बड़े कानूनी मसले राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर 18 अक्टूबर तक सुनवाई खत्म करने का कहा है जिसके बाद यह माना जा रहा है कि इस पर अंतिम फैसला नवंबर में आएगा।