कभी कभी समाज में ऐसी घटनाएँ हो जाती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं! दरअसल सोशल मीडिया पर एक फ़ोटो वाइरल हो रहा है! इस फ़ोटो में एक आदमी पुल की रैलिंग से लटका हुआ है! और उसे लोगों ने पकड़ा हुआ है!
ये तस्वीर इंसानियत को एक सच्ची मिसाल प्रस्तुत करती है! लोग सोशल मीडिया पर अपने अपने व्यूज़ के साथ इसे साझा कर रहे हैं!
एक यूज़र ने फ़ेस्बुक पर इसे भारत में हो रही मॉब लिंचिंग से जोड़ा है! फ़ेस्बुक यूज़र इलियास मख़्दूम लिखते हैं कि
“लंदन में ये आदमी ख़ुदकुशी करने की ग़र्ज़ से छलांग लगाने जा रहा था।
एक अजनबी आदमी ने उसे देखा और उसके पैर पकड़ लिए और उसे मनाता रहा के ऐसा ना करें। कुछ देर बाद कई और अजनबी लोग जमा हो गये। किसी ने उसकी पतलून के बेल्ट को पकड़ा और किसी ने उसे रस्सी से बाँध दिया ताकि वो कूद ना सके!
एक तरफ ऐसे समाज की तस्वीर है जहां एक भीड़ एक अकेले इंसान को बचा रही है!
दूसरी तरफ एक ऐसा समाज बन चूका है जहाँ एक भीड़ एक अकेले इंसान की जान ले लेती है। इस भीड़ केलिए मारने केलिए धर्म, ज़ात या कुछ भी कारण बनता जा रहा है।
जो समाज दुसरे इंसानों की क़द्र करता है वो फलता फूलता है और जो समाज दुसरे इंसानों की क़द्र नहीं करता वो तबाह ओ बर्बाद होता है”
दरअसल भारत में पिछले पाँच छः साल से मॉबलिंचिंग की घटनाओं में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है!
गाय का माँस रखने की अफ़वाह उड़ा कर दादरी में मोहम्मद अख़लाक़ की हत्या ने पुरे देश को झझकोर कर रख दिया था!
वहीं पिछले दिनों तबरेज़ अंसारी को भी एक उन्मादी भीड़ ने पीट पीट कर मार डाला था! तबरेज़ को “जय श्री राम ” के नारे लगवाए गये!
इन सामूहिक हत्याओं की ख़ास बात यह रही की इनमें मर्तक को हत्यारी भीड़ से बचाने कोई नहीं आया! इस लिए लंदन का ये फ़ोटो हमारे इंसान होने पर सवाल उठाता है!